संविधान का पालन करना ही डा. अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि
देहरादून। बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ने देश को जो संविधान दिया है, उस संविधान का सम्मान करना व उस संविधान के अनुरूप एक सच्चे नागरिक की तरह आचरण करना ही डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि है। यह बात आज संविधान दिवस के अवसर पर बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण व कांग्रेस मुख्यालय में डाॅ0 अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ने अपने जीवनकाल में इस बात को साबित किया कि मेहनत, संघर्ष और योग्यता का कोई विकल्प नहीं होता है।
प्रीतम सिंह ने कहा कि संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण प्रारूप समिति के अध्यक्ष पद के लिए बाबा साहब को चुना गया था। उन्होंने प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हुए संविधान सभा के सदस्यों द्वारा उठाई गई आपत्तियों, आशंकाओं एवं जिज्ञासाओं का निराकरण बड़ी कुशलता से किया। उनके व्यक्तित्व और चिन्तन का संविधान के स्वरूप पर गहरा प्रभाव पड़ा। डाॅ0 अम्बेडकर के प्रभा के कारण ही संविधान में समाज के सबसे कमजोर दलित वर्गों, अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के उत्थान के लिए विभिन्न संवैधानिक व्यवस्थाओं और प्रावधानों का निरूपण किया परिणाम स्वरूप भारतीय संविधान सामाजिक न्याय का एक महान दस्तावेज बन गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि आज देश में सबसे बडी आवश्यकता बाबा साहब के बनाये हुए संविधान की रक्षा करना है, क्योंकि कुछ ताकतें आज डा. अम्बेडकर द्वारा निर्मित संविधान को नष्ट भ्रष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हीं ताकतों ने आज महाराष्ट्र में संविधान, कानून को ठंेंगा दिखाते हुए असंवैधानिक रूप से देवेन्द्र फणनवीस के नेतृत्व में सरकार का गठन किया। उन्होंने कहा कि जो लोग आज देश की संवैधानिक संस्थाओं को पंगु बनाने में लगे हैं उनसे सावधन रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा सरकार का कदम गैर जरूरी और अलोकतांत्रिक है और उसने संविधान और लोकतंत्र की पवित्र भावनाओं की हत्या करने का काम किया है। कंाग्रेस पार्टी का विधानसभा, भारत के संविधान व देष की संवैधानिक संस्थाओं पर पूर्ण विश्वास है। भारतीय जनता पार्टी ने देष की राजनीति को जिस तरह से कलंकित और कलुषित करने का काम किया, देष की प्रबुद्ध जनता उनके द्वारा किये गये इन पापों का आने वाले समय में निष्चित रूप से संज्ञान लेगी, क्येांकि लोकषाही एवं प्रजातांत्रिक पद्धति में जनता की अदालत सर्वोच्च अदालत है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा उत्तराखण्ड, अरूणाचल प्रदेष, उडीसा, विहार तथा दिल्ली प्रदेष की सरकार को इसी प्रकार अलोकतांत्रिक रूप से षडत्रयंत्र कर गिराने का भी कुत्सित प्रयास किया गया। परन्तु उत्तराखण्ड में मा0 सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से लोकतंत्र, भारतीय संविधान व संवैधानिक संस्थाओं की जीत हुई।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने मा0 न्यायालयों के पूर्व के निर्णयों से भी कोई सबक नहीं लिया तथा अपनी राजनैतिक महत्ताकांक्षा के लिए लोकतांत्रिक तरीके चुनी हुई सरकारों को गिराकर लोकतंत्र की हत्या करने तथा संविधान के विरूद्ध राज्य सरकारों का गठन करने का घृणित कार्य किया जा रहा है। उनके कृत्यों से संविधान, लोकतांत्रिक व्यवस्था तथा देष की गरिमा को जो चोट पहुंची है उसका जवाब जनता उन्हें जरूर देगी।