प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा (shivkumar sharma) का मंगलवार को 84 साल की उम्र में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई।
वह पिछले कई महीने से किडनी संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे। उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली। शर्मा और बांसुरीवादक पंडित हरि प्रसाद चौरसिया की जोड़ी ने सिलसिला, लम्हे, चांदनी जैसी कई फिल्मों के लिए संगीत तैयार किया था। पंडित शिवकुमार शर्मा का जन्म कश्मीर के एक संगीत से जुड़े परिवार में सन 1938 में हुआ था।
उन्होंने संगीत की शुरुआती शिक्षा अपने पिता से ली। पंडित शिवकुमार शर्मा(shivkumar sharma) को संतूर में महारत हासिल थी। पंडित शिव कुमार शर्मा ने जम्मू कश्मीर में संतूर को एक म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट के तौर पर पहचान दिलाई थी।
इसके बाद उन्होंने इसे देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में मशहूर किया। हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में पंडित शिवकुमार शर्मा(shivkumar sharma) का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इतना ही नहीं, उन्होंने कई फिल्मों में पंडित हरि प्रसाद चौरसिया के साथ मिलकर संगीत भी दिया था। दोनों की जोड़ी को शिव हरी के रूप में पहचाना जाता था। इस जोड़ी ने अपने बेहतरीन संगीत से फिल्म में चार चांद लगाए। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम संगीत और फिल्म से जुड़े लोगों ने श्रद्धांजलि दी है।