सामाजिक सहभागिता से ही टी.बी. उन्मूलन (T.B. Eradication) संभव : मिशन निदेशक स्वाति भदौरिया
- एन.एच.एम. सभागार में राज्य स्तरीय टी.बी. फोरम का आयोजन
- टी.बी. चैंपियन्स द्वारा साझा किये गए अपने अनुभव
देहरादून/मुख्यधारा
सामाजिक सहभागिता से ही टी.बी. उन्मूलन संभव यह बात स्वाति भदौरिया मिशन निदेशक एन.एच.एम. ने सोमवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय टी.बी. फोरम की बैठक के अध्यक्षता के दौरान कही।
मिशन निदेशक द्वारा टी.बी. फोरम के समस्त सदस्यों से अपेक्षा की गई कि प्रधानमंत्री द्वारा टी.बी. उन्मूलन के लक्ष्य वर्ष 2025 हेतु सभी का सहयोग आवश्यक है जिस हेतु प्रदेश में 10 हजार से अधिक निक्षय मित्रों द्वारा टी.बी. रोगियों को सहयोग देने हेतु पंजीकृत किया गया है तथा टी.बी. रोग से ठीक हो चुके 130 प्रशिक्षित टी.बी. चैंपियन्स द्वारा समय-समय पर टी.बी. रोगियों की काउंसलिंग व सामाजिक जागरुकता प्रसारित किये जाने हेतु कार्य किया जा रहा है।
यह भी पढें : उत्तराखंड: मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में ऊर्जा प्रदेश का स्वप्न हो रहा साकार
मिशन निदेशक स्वाति भदौरिया ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की निशुल्क हेल्पलाइन सेवा 104 के माध्यम से टी.बी. रोगियों से समय-समय पर फीडबैक लिया जाए जिसमें टी.बी. रोगियों के उपचार, निक्षय पोषण योजना की जानकारी ली जाए व किसी भी प्रकार की समस्या का त्वरित निवारण किया जाए।
बैठक में टी.बी. चैंपियन्स, सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा अनुभव साझा किये गये जो कि टी.बी. उन्मूलन हेतु मील का पत्थर साबित होगा।
बैठक में अमनदीप कौर अपर मिशन निदेशक एनएचएम, डॉ भागीरथी जोशी निदेशक एनएचएम, डॉ पकंज सिंह राज्य कार्यक्रम अधिकारी एनटीईपी, डॉ जेएस नेगी राज्य क्षय रोग अधिकारी, डॉ फरीदुजफर कार्यक्रम अधिकारी सीपीएचसी, डॉ अनुराग अग्रवाल टीबी एंड चेस्ट फिजिशियन, डॉ ऋचा कम्युनिटी मेडिसिन दून मेडिकल कॉलेज, डॉ उमा रावत, डॉ विकास पांडे, जीत (JEET), रीच (REACH), टी.बी. चैंपियन्स व पीएलएचआईवी नेटवर्क संस्था के प्रतिनिधि आदि अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
यह भी पढें : उत्तराखंड में समय से पहले खिले फ्योंली के फूल (Phyoli flowers)