ऋषिकेश : ये चुनाव धनबल, माफिया और नशे के ख़िलाफ़, : दिनेश चन्द्र मास्टरजी
ऋषिकेश/मुख्यधारा
ऋषिकेश नगर निगम के मेयर पद को लेकर इस बार निर्दलीय मैदान में उतरे दिनेश चन्द्र मास्टरजी ने दोनों प्रमुख दलों भाजपा व कांग्रेस के सर्द हवाओं के बीच पसीने छुड़ा दिए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को मास्टरजी की अपने कार्यकर्ताओं के बीच पहली बैठक आयोजित हुई, जिसमें चुनावी रणनीतियों को लेकर गहन विचार-विमर्श हुआ।
इस अवसर पर दिनेश चंद्र मास्टरजी ने मूल निवासियों का दर्द बयां किया। यह सिर्फ राजनीतिक चुनाव नहीं है, बल्कि यह चुनाव धनबल, माफिया और नशे के खिलाफ है और हम जनता का भरोसा, प्यार और गंगाजल लेकर लड़ेंगे और जीतेंगे, लेकिन इसके लिए ऋषिकेश के सभी नगरवासियों को अपनी पवित्र आहुति देनी होगी।
उन्होंने कहा कि ऋषिकेश आज माफिया व नशाखोरी का अड्डा बन गया है। यहां धन बल से चुनाव जीतने का षडयंत्र रचा जाता है, किंतु अब यहां की जनता चाहती है कि ऋषिकेश अपने स्वरूप में लौटे व नशा व माफिया राज का खात्मा हो, इसके लिए जनता ने ही उन्हें अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा है।
इस दौरान मास्टरजी ने मूल निवासी लोगों का दर्द भी बयां किया। उन्होंने कहा कि हमारे लोगों ने उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए अनेकों प्रताड़नाएं झेली हैं, तब जाकर उत्तराखंड का निर्माण हो पाया, लेकिन दु:खद है कि इसका फायदा बाहरी लोग जमकर उठा रहे हैं।
दिनेश चंद्र मास्टरजी ने कहा कि उनका मकसर संपूर्ण ऋषिकेश का विकास करना है। बाहरी लोग केवल लाभ के उद्देश्य से सत्ता तक पहुंचते हैं, लेकिन यहां के हक-हकूकों व मूल जनमुद्दों से उनका कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हमारे राज्य की सारी जमीनें भी लुट जाएं, इससे बाहरी लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता, किंतु वे स्थानीय लोगों के दुख-दर्द को महसूस करते हैं।
बहरहाल, अभी चुनाव ने रफ्तार नहीं पकड़ी है, किंतु जिस तरह से इन दलों को मास्टर से कड़ी चुनौती मिल रही है, इससे ऋषिकेश नगर निगम सीट के समीकरण बदलने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि ऋषिकेश में चुनावी ऊंट किस करवट बैठता है!