देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (uksssc) में परीक्षा नियंत्रक की तैनाती के बाद अब समूह ग की होने वाली भर्तियों की राह खुल गई है। इसके साथ ही सरकारी नौकरी का सपना संजोये बेरोजगार युवाओं में भी एक बार फिर उम्मीद की किरण जग गई है।
बताते चलें कि उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग (uksssc) की व्यवस्थाएं वर्तमान में चरमराई हुई हैं। आयोग इन दिनों पेपर लीक प्रकरण से जुड़ी जांच से जूझ रहा है। यह जांच एसटीएफ द्वारा की जा रही है।
आयोग (uksssc) में परीक्षा नियंत्रक नहीं होने के कारण समूह ग की भर्तियां नहीं हो पा रही थी। यह पद करीब आठ महीने से रिक्त चल रहा था। इस संबंध में पूर्व में आयोग के अध्यक्ष एस. राजू ने शासन को एक पत्र भेजा था, जिसके कहा गया था कि जब तक आयोग में परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक आठ परीक्षाओं की भर्ती कराया जाना संभव नहीं है।
गत दिवस उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग (uksssc) को पीसीएस अधिकारी शालिनी नेगी के रूप में परीक्षा नियंत्रक मिल चुका है। लिहाजा अब समूह ग की करीब 4200 भर्तियों की राह भी खुल गई है।
इन होने वाली भर्तियों में पटवारी-लेखपाल 520 पद, पुलिस कांस्टेबल 1521, फारेस्ट गार्ड 894, सहायक लेखाकार री एक्जाम 662, उत्तराखंड जेई 76, गन्ना पर्यवेक्षक 100, लैब एसिस्टेंट 200, सब इंस्पेक्टर के 272 पद शामिल हैं।