देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी बीएल सकलानी का बीती रात्रि हृदयाघात से निधन हो गया है। इस दुखद खबर के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है।
बताया गया कि उन्हें बीती रात करीब 9:30 बजे हृदयाघत हुआ। इस पर उन्हें तत्काल दून अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह 67 वर्ष के थे और डालनवाला क्षेत्र में रहते थे।
बताते चलें कि 2 दिन पहले वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी बीएल सकलानी अचानक तब चर्चा में आए थे, जब वह देहरादून स्थित कचहरी परिसर में बने शहीद स्मारक के भीतर पेट्रोल की बोतल के साथ पहुंच गए थे और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया था। जहां वह आत्मदाह की चेतावनी दे रहे थे, क्योंकि उनकी मांगे पूरी न होने के कारण वह नाराज चल रहे थे। तब किसी तरह पुलिस ने उन्हें सकुशल बाहर निकाल दिया था।
वह काफी लंबे समय से राज्य आंदोलनकारियों और शहीदों की याद में संग्रहालय बनाने की मांग कर रहे थे और उत्तराखंड शिक्षा परिषद के पाठ्यक्रम में आंदोलन के दौरान के विषयों को शामिल करने की पैरवी कर रहे थे।
उत्तराखंड से ऐसे अगाध प्रेम करने वाले वरिष्ठ आंदोलनकारी के इस दुनिया से अचानक चले जाने से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। इस दुखद खबर के बाद पूरे प्रदेशभर में शोक की लहर है।