विकासनगर। मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जी0एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रमुख सचिव श्री आनन्द बर्धन जो कि कुंभ घोटाले के मास्टरमाइंड रह चुके हैं, ने मा0 न्यायालय की शान में गुस्ताखी कर न्याय के मन्दिर की अवमानना की है।
नेगी ने कहा कि सेवानिवृत्त सिंचाई विभग के कार्मिकों की पेंशन मामले में मा0 उच्च न्यायालय व मा0 उच्चतम न्यायालय ने पेंशन देने के आदेश जारी किये थे, जिस पर श्री आनन्द बर्धन द्वारा जानबूझकर रोड़ अटकाने की दिशा में प्रयास किया गया था। शासन की टीपों में श्री आनन्द बर्धन द्वारा स्वयं की गयी नोटिंग में मा0 हाईकोर्ट व मा0 सुप्रीम कोर्ट के सम्बोधन में कहीं भी ‘‘माननीय’’ शब्द का प्रयोग नहीं किया गया, जिससे क्षुब्ध होकर मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी श्री प्रवीण शर्मा ने अपै्रल 2019 में मुख्य सचिव से उक्त मामले में शिकायत की थी।
मुख्य सचिव ने निर्देश पर कार्मिक विभाग ने जून 2019 में कार्यवाही शुरू कर दी है। उक्त मामले में निश्चित तौर पर गैर जिम्मेदार अधिकारी श्री आनन्द बर्धन को सबक मिलेगा। उक्त मामले में मा0 सूचना आयोग भी फटकार लगा चुका है। वर्ष 2010 के महाकुंभ में मेलाधिकारी रहते हुए करोड़ों रूपये ठिकाने लगाने का कार्य उक्त अधिकारी द्वारा किया गया था, जिसका कैग की रिपोर्ट में भी उल्लेख है।