Header banner

पहाड़ी उत्पाद (pahari product) बनाकर आत्मनिर्भर बनेंगे स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं: डॉ0 जोगदंडे

admin
IMG 20220227 WA0017
  • जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदंडे ने किया कार्यशाला का शुभारंभ
  • कार्यशाला में विकासखंड कोट, पौड़ी व खिर्सू कि स्वयं सहायता समूह महिला थी शामिल

पौड़ी/मुख्यधारा

जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदंडे ने आज विकासखंड पौड़ी सभागार में एक दिवसीय खाद्य एवं फल प्रसंस्करण कार्यशाला का शुभारंभ किया। आयोजित प्रशिक्षण में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को लिजत पापड़ तथा मंडुवे के लड्डू (pahari product) बनाने पर विशेष फोकस दिया गया।

जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कहा कि अन्य लोगों को भी समूह में शामिल करें, जिससे कार्य के साथ-साथ आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पादों (pahari product) का प्रचलन अन्य राज्यों में काफी प्रचलित है।

इस दौरान उन्होंने कहा कि इस तरह के उत्पादों (pahari product) को अत्यधिक बढ़ावा दें, जिससे आर्थिकी मजबूत बन सकेगी। आयोजित प्रशिक्षण में विकासखंड पौड़ी, कोट तथा खिर्सू की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। जिसमें 12 स्वयं सहायता समूह तथा 2 आजीविका फेडरेशन की महिलाएं शामिल थे।

आयोजित कार्यशाला में जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को कहा कि देश विदेशों से उत्तराखंड घूमने आ रहे पर्यटक भी पहाड़ी उत्पादों का काफी लुफ्त उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहाड़ में विभिन्न तरह के सामग्री उपलब्ध है, जिससे अनेक प्रकार के पहाड़ी उत्पादों (pahari product) को तैयार किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि इस तरह के पहाड़ी उत्पादों को महत्व दें, जिससे स्वयं सहायता समूह की आर्थिकी मजबूत बन सकेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि पहाड़ी उत्पादों (pahari product) की बिक्री हेतु प्रचार- प्रसार करना जरूरी है। जिससे लोग वहां पहुंचकर पहाड़ी उत्पादों को खरीद कर तथा उसका फायदा अन्य लोगों तक पहुंचा सकेंगे।

इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में पहाड़ी उत्पाद (pahari product) बनाने की विधि अच्छे रूप से समझे तथा अन्य लोगों तक भी उसकी जानकारी पहुंचाएं। जिससे अन्य लोग भी उसका उपयोग कर अपनी आर्थिकी मजबूत बना सकेंगे।

आयोजित प्रशिक्षण में प्रशिक्षक डॉ. श्रद्धा जोगदंडे ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कहा कि पहाड़ी उत्पादों (pahari product) को बढ़ावा देने के लिए मन और लगन से कार्य करना जरूरी है। जिससे पहाड़ी उत्पादों का आयात बढ़ सकेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु इस तरह के पहाड़ी उत्पाद बनाने की विधि स्वयं सहायता महिलाओं को दी जा रही है।

इस अवसर पर उन्होंने स्वयं सहायता महिलाओं को पापड़, मंडवे के लड्डू, विभिन्न प्रकार का अचार सहित अन्य पहाड़ी उत्पाद (pahari product) बनाने का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के पहाड़ी उत्पादों की बनाने की विधि अन्य स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी दे, जिससे वह भी आत्मनिर्भर बन सकेगी।

इस अवसर पर पीडी संजीव कुमार राय, खंड विकास अधिकारी तेग सिंह रावत, एवीडियो शशि रावत, वित्त समन्वयक धनंजय प्रसाद भट्ट, ईटीसी से किशोर परिहार, कुलदीप पांडे, स्वयं सहायता समूह से बबीता देवी, कुसुम देवी, पार्वती देवी, उमा देवी, लक्ष्मी देवी, प्रियंका, रीना रौथाण, सहित अन्य उपस्थित थे।

 

यह भी पढें: दु:खद: अवैध संबंधों के चलते पत्नी और सास को धारदार हथियार से काटकर(murder) मौत के घाट उतारा

 

यह भी पढें: बड़ी खबर: निशंक (Nishank) को क्यों आया दिल्ली हाईकमान से बुलावा!

 

Next Post

नवविवाहिता हत्याकांड: अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया थाने का घेराव

डोईवाला/मुख्यधारा डोईवाला के भोगपुर में नवविवाहिता की दहेज हत्या मामले में मायके के ग्रामीणों ने सहअभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर रानीपोखरी थाने का घेराव किया। दर्जनों ग्रामीणों ने अपनी मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। थाना अध्यक्ष शिशु पाल राणा […]
1646042904644

यह भी पढ़े