मुख्यधारा/देहरादून
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की मतगणना के लिए 10 घंटे का समय शेष रह गया है। मुख्य राजनैतिक दलों द्वारा सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। इस बीच एक प्रत्याशी (candidate) ऐसे भी हैं, जिन्होंने मतगणना से कुछ घंटे पहले एक ऐसा कड़वा सच बयां किया है, जो जिताऊ प्रत्याशियों को रास नहीं आएगा।
जी हां! यहां बात की जा रही है उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी (candidate) राकेश नाथ की, जिन्होंने सल्ट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। उनके भाग्य का पिटारा भी ईवीएम में बंद है, जो कल गुरुवार 10 मार्च की 8 बजे सुबह खुलेगा। इससे पूर्व राकेश नाथ ने आज सोशल मीडिया में “कल होगा फैसला: ईमानदार वोट वर्सेस बेईमान वोट” शीर्षक से एक पोस्ट जारी की है। जिसे प्रदेशवासियों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। हालांकि ताज्जुब की बात यह है कि उनकी विधानसभा क्षेत्र में जिन लोगों द्वारा अब उनकी पोस्ट की सराहना की जा रही है, उनके द्वारा मतदान से पूर्व उक्त प्रत्याशी की अनदेखी करते हुए बड़े दलों का खुलकर समर्थन किया गया। ऐसे में अब कहा जा सकता है कि “अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।”
आइए आपको भी रूबरू करवाते हैं उक्रांद प्रत्याशी (candidate) राकेश नाथ के हूबहू शब्दों से:-
उक्रांद प्रत्याशी (candidate) राकेश नाथ के इन शब्दों में चुनाव के दौरान के दृश्य आमजन के बीच सजीव चित्रण के रूप में महसूस किए जा सकते हैं। हालांकि कहा गया है कि “जो जीता वो सिकंदर” ऐसे में बीते मल्हार राग का औचित्य तो नहीं है, किंतु ये ऐसा कटु सत्य जरूर है, जिसे झुठलाया नहीं जा सकता।
बहरहाल, 632 प्रत्याशियों (candidate) में से 70 प्रत्याशियों के भाग्योदय के लिए चंद घंटों का इंतजार बाकी रह गया है। अब देखना यह होगा कि जीते हुए ‘सिकंदर’ उत्तराखंड के विकास की क्या नई पटकथा लिखते हैं!