चंपावत मुख्यधारा
चंपावत उपचुनाव में जैसे अनुमान लगाया जा रहा था, परिणाम उसी के अनुरूप रहे। यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(pushkar dhami) ने 55025 मतों के भारी अंतर से उपचुनाव में जीत हासिल की है। इसी के साथ चंपावत उपचुनाव ऐतिहासिक बन गया है।
चंपावत उपचुनाव के लिए 31 मई को मतदान हुआ था। जिसकी आज सुबह मतगणना हुई। मतगणना प्रारंभ होने की शुरू से ही कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी लगातार पिछड़ती नजर आई। उन्हें हर राउंड में बहुत कम वोट मिल रहे थे। तभी से अंदाजा लगाया जा रहा था कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(pushkar dhami) को यहां भारी मतों के अंतर से जीत मिलने जा रही है। परिणाम ठीक उसी के अनुरूप आए और सीएम धामी को 58258 मत प्राप्त हुए इस प्रकार उन्हें 55025 मतों के अंतर से जीत हासिल हुई। यहां कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला बैटरी को मात्र 3233 वोट मिले।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(pushkar dhami) विधानसभा चुनाव 2022 में अपनी परंपरागत सीट खटीमा से कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी से चुनाव हार गए थे। हालांकि उनके नेतृत्व में लड़े गए चुनाव में भारी बहुमत मिलने के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और भाजपा हाईकमान ने उन पर विश्वास जताते हुए एक बार फिर से उत्तराखंड की कमान सौंप दी।
अब उनके सामने उपचुनाव जीतने की सबसे बड़ी चुनौती थी। जिसको हर हाल में 6 माह के भीतर पूरा करना था। पुष्कर सिंह धामी ने राजनीतिक अनुभव के साथ ही बड़े सधे हुए अंदाज में उपचुनाव के लिए सीट तलाशी शुरू की। यह मुख्यमंत्री पुष्कर धामी(pushkar dhami) की लोकप्रियता ही कही जाएगी कि उनके लिए सत्ता पक्ष सहित निर्दलीय और विपक्षी विधायक भी अपनी सीट छोड़ने के लिए तैयार खड़े थे। अंत में उन्होंने अपने लिए चंपावत सीट फाइनल की। यहां से कैलाश चंद्र गहतोड़ी ने विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री के लिए सीट खाली कर दी। जिसके बाद यहां उपचुनाव हुआ और परिणाम आप सभी के सामने है।
चंपावत उपचुनाव में मिली शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(pushkar dhami) अब फुल फॉर्म में नजर आएंगे। ऐसे में जनता की भी उनसे अपेक्षा बढ़ गई हैं कि वह जनहित में उत्तराखंड के लिए कई ऐतिहासिक फैसले ले सकेंगे।
यह भी पढें: ब्रेकिंग: इन आईएएस-पीसीएस अधिकारियों के दायित्वों में फेरबदल (transfer)