नवीन बरमोला
देहरादून। गहन सलाह-मशवरा और चिंतन के बाद पहली बार आज भगवान बदरी विशाल एवं बाबा केदार के कपाट खुलने की तिथियां आगे बढ़ा दी गई हैं। पहले केदारनाथ के 29 एवं बद्रीनाथ जी के कपाट 30 अप्रैल को खुलने थे।
विश्व विख्यात चारधाम यात्रा के लिए भगवान बदरी विशाल के कपाट अब 15 मई को खोले जाएंगे, जबकि केदानाथ धाम के कपाट 14 मई को खुलेंगे।
दरअसल पहली बार कोरोना वैश्विक महामारी के कारण ऐसा करना पड़ा है। केदारनाथ के रावल महाराष्ट्र, जबकि बद्रीनाथ के रावल केरल से उत्तराखंड पहुंचे हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों की राय के अनुसार उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटीन में रहना होगा।
भगवान बदरीनाथ के कपाट 15 मई 2020 को प्रात: 4:30 बजे खुलेंगे। गाडू घड़ा परंपरा के लिए तिल का तेल निकालने के लिए 5 मई 2020 की तिथि तय की गई है। सोमवार को टिहरी के राजा मनुजेन्द्र शाह ने इसकी घोषणा की। हालांकि गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के अवसर पर ही पूर्व घोषित तिथि पर 26 अप्रैल को ही खुलेंगे।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री आवास में श्री बदरीनाथ एवं श्री केदारनाथ के संबंध में बैठक की गई। बैठक में टिहरी की महारानी एवं सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी एवं सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाना है। भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के संबंध में भी चर्चा की गई। धर्मिक परम्परानुसार संबंधित धर्माचार्यों द्वारा भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने का दिन एवं समय निर्धारित किया जाएगा।