मुख्यधारा
देश के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश के बाद जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे अधिक महाराष्ट्र, गुजरात के कई जिले प्रभावित (Disaster) हैं। देश में हिमाचल प्रदेश से लेकर केरल तक भारी बारिश हो रही है। गुजरात के दक्षिण और मध्य के 6 जिले छोटा उदेपुर, डांग, नर्मदा, वलसाड, नवसारी और पंचमहाल में बाढ़ के कारण स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। सबसे ज्यादा नवसारी और वलसाड जिले प्रभावित हुए हैं।
ऐसे ही राजधानी अहमदाबाद में भी कई इलाकों में मूसलाधार बारिश के बाद सड़कों पर पानी जमा हो गया। राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में भी बारिश का हाई अलर्ट है।
उत्तराखंड में लगातार हुई बारिश से अभी भी जनजीवन अस्त व्यस्त है। देहरादून में दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और झमाझम बारिश हुई।
वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के चलते तीर्थ नगरी ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर घट-बढ़ रहा है। पहाड़ियों से मलबा और बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी है। इसके चलते रविवार को प्रदेश में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 254 सड़कें बंद हो गईं, जबकि इनमें से मात्र 63 सड़कों को ही खोला जा सका है। जबकि आज उत्तर प्रदेश में बादल छाए हुए हैं लेकिन बारिश ना होने की वजह से तेज गर्मी पड़ रही है। अभी मानसूनी बारिश के लिए 3-4 दिन और इंतजार करना होगा।
दिल्ली-एनसीआर में भी सोमवार सुबह से भारी बारिश शुरू हुई। मौसम विभाग ने कहा है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना समेत 25 राज्यों में भारी बारिश के आसार हैं। महाराष्ट्र में एक जून से अब तक बारिश और बाढ़ से हुए हादसों में 76 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में ही 9 लोग मारे गए हैं।
महाराष्ट्र के रत्नागिरि समेत 4 जिलाें में ऑरेंज और 8 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। राजस्थान कोटा, झालावाड़ और बूंदी समेत कई जगहों पर भारी बारिश के बाद नदियां उफान पर हैं। कोटा में भारी बारिश के बीच नमाजियों ने नमाज पढ़ी।
हकीकत: दो माह पूर्व 32 लाख की लागत से निर्मित पुल (Bridge) टूटा। खुली घटिया निर्माण की पोल