कोटद्वार/मुख्यधारा
जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर ब्लॉक के अंतर्गत ग्रामसभा तल्ला वनास के पूर्व ग्राम प्रधान विनोद नेगी पर लगे भ्रष्टाचार (corruption) के आरोप की शिकायत अब प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई। इसके अलावा इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधायक रेनू बिष्ट एवं जिलाधिकारी पौड़ी के समक्ष भी शिकायत की गई है।
पूर्व प्रधान पर आरोप लगाया गया है कि 2014 में प्रधान बनते समय वह आर्थिक रूप से कमजोर थे, किंतु आज वह लाखों की संपत्ति के मालिक हैं। वर्तमान में विनोद नेगी वर्तमान प्रधान संगीता देवी के पति हैं।
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी पत्नी संगीता देवी के वर्ष 2019 में प्रधान बनने के बाद प्रधान के कार्य जैसे ग्रामसभा की मीटिंग, समितियां, स्वजल, जलागम कार्यक्रमों का नेतृत्व विनोद नेगी के द्वारा ही किया जाता है। यही नहीं इस संबंध में सूचनाएं भी ग्रामीणों को नहीं दी जाती हैं और ग्राम प्रधान संगीता देवी मात्र हस्ताक्षर करती हैं। पूर्व प्रधान व वर्तमान प्रधान के इन कार्यों को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है।
जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल डा. विजय कुमार जोगदंडे ने कही ये बात
इस प्रकरण के संबंध में ग्रामीणों ने मुख्यधारा को जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला यमकेश्वर ब्लॉक के तल्ला वनास ग्रामसभा का है। ग्रामीणों ने मिलकर ग्रामसभा तल्ला वनास के पूर्व प्रधान (वर्तमान में प्रधान पति) की भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय भेजी है।
शिकायती पत्र में पूर्व प्रधान विनोद नेगी पर आरोप लगाया गया है कि उनकी आय का कोई साधन नहीं है। वे सितंबर 2014 में ग्राम प्रधान बने थे। तब उनकी आर्थिक स्थिति बड़ी कमजोर थी। वे किराये के मकान में रहते थे, किंतु आज वे करीब 90 लाख रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि जब उनकी आय का कोई अन्य साधन ही नहीं है तो ऐसे में वह इतनी चल-अचल संपत्ति कैसे अर्जित कर सकते हैं। ग्रामीण ने इसकी जांच की मांग की है।
इसके अलावा विनोद नेगी पर मनरेगा जॉब कार्ड में अनियमितता करने का आरोप लगाया गया है। शिकायती पत्र में कहा गया है कि 50 से ज्यादा शौचालय मालिक द्वारा निर्मित हैं, किंतु इन्हें मनरेगा में दिखाया गया। इसलिए शौचालय मालिकों को सरकार द्वारा दी जाने वाले 12 हजार की धनराशि नहीं मिली। किंतु मजदूरों के खातों में यह धनराशि भेजी गई। बाद में पांच-पांच सौ रुपए काटकर बाकी धन उनसे वापस ले लिया गया। इस योजना के अंतर्गत पूर्व प्रधान विनोद नेगी पर लाखों रुपए हड़पने (corruption) का आरोप है।
इसी तरह ब्लॉक द्वारा आवंटित सोलर लाइट में भी सार्वजनिक जगहों की अवहेलना करते हुए व्यक्तिगत तौर पर ग्रामीण विजय सिंह के आंगन में लगा दी गई, ताकि वह आवाज न उठा सके। इसके अलावा उन्होंने स्वयं तथा अपने पिताजी के घर तथा अन्य कुछ चेहतों के घरों में सोलर लाइट लगाई गई हैं, यह घोर मनमानी व अनियमितता को दर्शाता है।
इसी प्रकार मनरेगा के तहत गौशाला निर्माण में भी गड़बड़झाले की बातें उजागर हुई हैं। ग्रामसभा तल्ला वनास में पेयजल स्रोत निर्माण में मदनदास के खाते में 12 हजार रुपए भेजे गए और बाद में पूरा पैसा वापस ले लिया गया।
जल संस्थान के अंतर्गत भी अनियमितताएं की गई हैं। आरोप है कि पानी के कनेक्शन के लिए प्रत्येक परिवार से पांच हजार रुपए लिए गए। साथ ही विनोद नेगी द्वारा स्वयं के घर पर व्यक्तिगत कनेक्शन लगाया गया। इसके अलावा कुछ चहेतों को भी व्यक्तिगत कनेक्शन दिलाकर उन्हें सार्वजनिक दिखा दिया गया।
शिकायती पत्र में जल संस्थान विस्तारीकरण (बदोड़ा से बयाली) योजना, लोक निर्माण विभाग के मुआवजा के तहत पेयजल पाइप, फिल्टर चेंबर मरम्मत कार्य, चैकडैम योजना के तहत किए गए कार्यों में भी घपले की बात कही गई है।
यह नहीं बकरीबाड़ा योजना के तहत जिन लोगों को धन का आवंटन दिखाया गया है, उन लोगों को वह धनराशि नहीं मिली। जिनमें मदन सिंह, कोमल सिंह, शेर सिंह शामिल हैं।
इसके अलावा खाली जमीन में जल स्तर बढाने को लेकर बनाई गई खांती नाली निर्माण किया गया। जिसमें हर वर्ष उन्हीं को दिखाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है।
स्वजल, स्वजल शौचालय, एलडीपी टैंक, कृषि विभाग द्वारा घेरबाड़ (कंटीली तार) योजना में गड़बड़झाले की शिकायत की गई है। इसके अलावा बारात घर को राशन डीलर को किराया पर दिए जाने की बात भी कही गई है। पंचायत घर जीर्णोंद्धार में हुए गड़बड़झाले की भी जांच की मांग की गई है।
ग्रामीणों ने की गई शिकायतों की सक्षम अधिकारी द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। जिससे सरकारी धन को दुरुपयोग होने से बचाया जा सके।
इस संबंध में पूछे जाने पर पूर्व प्रधान एवं (वर्तमान में प्रधान पति) विनोद नेगी का कहना है कि मुझ पर लगाए जा रहे सभी आरोप मुझे बदनाम किए जाने की नीयत से लगाए जा रहे हैं और गांव का माहौल बिगाडऩे की साजिश की जा रही है। मेरी संपत्ति को लेकर भी कई बातें कही जा रही है, किंतु मैं कई काम करता हूं, जो मेरी आय के स्रोत हैं। ऐसे में मेरी संपत्ति को लेकर भी कही जाने वाली बातें निराधार हैं। हमारे द्वारा ग्राम पंचायत में किए गए सभी कार्य सही हैं और कहीं कोई खामी नहीं है। वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं।
इस संबंध में जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि तल्ला वनास ग्रामसभा में कार्यों में धांधली किए जाने की पूर्व प्रधान की शिकायत आई है। मौके पर जाकर धांधली से संबंधित साक्ष्य जुटाए जाएंगे। जांच के बाद जो निष्कर्ष निकलेगा, उसके अनुसार ही जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही करने के साथ ही वसूली करवाई जाएगी।
ग्रामीणों द्वारा भेजी गई शिकायती पत्र को विस्तार से पढें :
बहरहाल, ग्रामसभा तल्ला वनास के ग्रामीणों द्वारा पूर्व ग्राम प्रधान विनोद नेगी (corruption) की जो शिकायतें की गई हैं, उनकी उच्च स्तरीय जांच होनी जनहित में अति आवश्यक है, ताकि ग्रामीणों के सम्मुख दूध का दूध व पानी का पानी हो सके।
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