मुख्यधारा डेस्क
बॉलीवुड के दिग्गज निर्माता-निर्देशक सावन कुमार (Sawan Kumar) टाक ने मुंबई दुनिया को अलविदा कह दिया। सावन कुमार काफी समय से बीमार चल रहे थे। सावन की हालत पिछले कई दिनों से नाजुक थी, जिसके चलते उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां 86 साल की उम्र में सावन कुमार का हार्ट अटैक से निधन हो गया।
रिपोर्ट के मुताबिक निर्देशक सावन कुमार किडनी संबंधित भी समस्या से जूझ रहे थे। बता दें कि सावन कुमार ने 70 के दशक में बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की।
सावन ने बतौर प्रोड्यूसर 1967 की फिल्म नौनिहाल से की थी, जिसमें संजीव कपूर लीड रोल में थे। पहली ही फिल्म को नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। उनके फिल्मी करियर में 80 से 90 का दशक सबसे पीक पर माना जाता है।
इस दौरान उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में निर्देशित की। राजेश खन्ना, जितेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा, श्रीदेवी और सलमान खान को लेकर उन्होंने फिल्में बनाई। उनमें हवस, सौतन, साजन बिन सुहागन, सौतन की बेटी, सनम बेवफा, बेवफा से वफा, खलनायिका, मां, सलमा पे दिल आ गया, सनम हरजाई, चांद का टुकड़ा जैसी फिल्मों का शुमार है।
बता दें कि सावन कुमार का राजस्थान के जयपुर में जन्म हुआ था। निर्देशन के अलावा शायरी और गीत लिखने का भी बहुत शौक रहा है। ऐसे में उन्होंने अपनी फिल्मों के अलावा दूसरे फिल्मकारों के लिए भी उनकी कई फिल्मों के लिए गीत लिखे जिनमें से कई सुपरहिट साबित हुए।
सावन कुमार टाक का लिखा और शत्रुघ्न सिन्हा और पूनम सिन्हा पर फिल्माया फिल्म सबक (1973) का गाना ‘बरखा रानी जरा जमके बरसो’, सावन कुमार टाक के ही निर्देशन में बनी फिल्म सौतन (1983) का उनका लिखा गीत ‘जिंदगी प्यार का गीत है’ और उन्हीं की फिल्म ‘हवस’ में उनका लिखा गाना ‘तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम’ काफी लोकप्रिय हुआ था।
हीरो के तौर पर रितिक रोशन की पहली फिल्म कहो ना प्यार है के कुछ गीत लिखने का श्रेय भी सावन कुमार टाक को जाता है।
उषा खन्ना ने सावन कुमार टाक की कई फिल्मों में हिट संगीत दिया था। दोनों ने कुछ साल बाद शादी भी कर ली थी मगर दोनों का ये रिश्ता ज्यादा नहीं चला और जल्द ही दोनों में तलाक हो गया था। दोनों की कोई संतान नहीं है।
आज शाम को ही मुंबई में सावन कुमार का अंतिम संस्कार किया जाएगा।