ब्रेकिंग: चार्ल्स शोभराज (Charles Sobhraj) आज 20 साल बाद जेल से होगा रिहा, भारत समेत कई देशों की पुलिस इस शातिर से रही परेशान, तिहाड़ जेल से हुआ था फरार
बिकनी किलर के नाम से था मशहूर
मुख्यधारा डेस्क
आज दुनिया के ऐसे शातिर अपराधी की बात करेंगे जिसने दर्जनों देशों की आंखों में धूल झोंका। कई देशों में उसने लोगों को ठगी का शिकार बनाया और हत्या भी की। इस शातिर अपराधी पर देश-विदेशों में कई फिल्में और सीरियल भी बने। लेकिन कहते हैं आखिर कितना भी अपराधी चालाक क्यों न हो एक न एक दिन पुलिस के चंगुल में आ ही जाता है। इसके साथ भी ऐसा ही हुआ। हम बात कर रहे हैं अंतरराष्ट्रीय शातिर अपराधी चार्ल्स शोभराज की। करीब 20 सालों से शोभराज नेपाल के काठमांडू की सेंट्रल जेल में बंद है। बुधवार को नेपाल सुप्रीम कोर्ट ने उसकी उम्र को देखते हुए रिहाई के आदेश दिए थे। आज शोभराज सेंट्रल जेल से रिहा हो सकता है।
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70 के दशक में शोभराज ने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद यह कई देशों में नए नए तरीके से अपराध करता और हत्या करता। शोभराज का जन्म वियतनाम में हुआ था। वियतनामी मां और भारतीय पिता की संतान चार्ल्स शोभराज का असली नाम हतचंद भाओनानी गुरुमुख चार्ल्स शोभराज है। जिसे क्राइम की दुनिया में बिकिनी किलर के नाम से जाना जाता है। दरअसल, 1970 में चार्ल्स ने 24 लोगों की हत्या की थी, जिनमें से अधिकतर फॉरेन टूरिस्ट महिलाएं थी। भारत घूमने आने वाली विदेशी महिला टूरिस्ट को चार्ल्स नशीली दवाएं देता, फिर उनसे प्रेम संबंध बनाकर उनकी हत्या कर देता था।
चार्ल्स ने भारत में 1976 में घूमने आए एक फ्रेंच ग्रुप को मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले के साथ चार्ल्स को इजरायली टूरिस्ट की हत्या के आरोप में सात साल की सजा मिली। जिसके बाद 1986 में वह अपने साथियों सहित तिहाड़ जेल से भागने में सफल रहा। फिर पकड़ा गया तो सजा पूरी करके फ्रांस चला गया। इसके बाद नेपाल यात्रा के दौरान उसे पकड़ कर आजीवन कारावास की सजा दे दी गई। फिलहाल चार्ल्स नेपाल जेल में बंद है।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक शोभराज के वकील राम बंधु शर्मा ने कहा कि उनके मुवक्किल ने पहले ही 95 प्रतिशत सजा भुगत ली है। उम्र को देखते हुए उसे पहले ही रिहा कर देना चाहिए था। शोभराज गुरुवार को जेल से रिहा हो सकता है।
बता दें कि अगस्त 2003 में शोभराज को काठमांडू के एक कैसिनो में देखे जाने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। कोर्ट में सुनवाई के बाद उसे आजीवन कारावास की सजा हुई। शोभराज ने कई पर्यटकों की हत्याएं की हैं। उसने 21 साल भारतीय जेल में भी गुजारे। 1986 में वह अति सुरक्षित तिहाड़ जेल में सुरक्षा गार्डों को ड्रग देकर फरार भी हुआ। हालांकि, 22 दिनों के बाद वह फिर पकड़ा गया। शोभराज ने अपने जन्मदिन के मौके पर सुरक्षा गार्डों के बीच ड्रग्स युक्त मिठाइयां बांटी थीं। कई भाषाएं बोलने में माहिर शोभराज के बारे में माना जाता है कि उसने 1970 के दशक में 15 से 20 लोगों की हत्याएं कीं।
एक फ्रांसीसी पर्यटक को जहर देने और एक इजरायली नागरिक की हत्या के लिए वह भारतीय जेल में 21 साल की जेल की सजा काट चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने 1975 में नेपाल में एक अमेरिकी पर्यटक कोनी जो ब्रोंज़िच की हत्या के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। 2014 में, उन्हें कनाडाई बैकपैकर लॉरेंट कैरिएर की हत्या का दोषी ठहराया गया था और उसे दूसरी उम्रकैद की सजा दी गई थी।