Jayalalitha: एक ऐसा सितारा जो मुख्यमंत्री के रूप में लेती थीं एक रुपये वेतन
मुख्यधारा डेस्क
आज एक ऐसी दिग्गज अभिनेत्री और तमिलनाडु की सीएम रहीं दिवंगत जयराम जयललिता की बर्थ एनिवर्सरी है। उनके चाहने वाले उन्हें ‘अम्मा’ कहा करते थे। जयललिता ने 14 वर्ष की अवधि में छह बार तमिलनाडु़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली। इसके अलावा वह साउथ की सुपरहिट एक्ट्रेस में भी शुमार रही थीं। फिल्मों से लेकर राजनीतिक गलियारों तक अम्मा का कद बहुत बड़ा रहा। हालांकि, इसके पीछे उन्होंने संघर्ष भी कम नहीं किया।
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जयललिता का जन्म 24 फरवरी 1948 को मैसूर राज्य के मेलुकोट के मांड्या जिले में हुआ। मैसूर तब एक राज्य था और अब इसे कर्नाटक कहा जाता है। एक वर्ष की आयु में जयललिता को यह नाम दिया गया था। जयललिता जब दो वर्ष की थीं, तो उनके सिर से पिता का साया उठ गया। पिता के निधन के बाद जयललिता के साथ उनकी मां बेंगलुरू शिफ्ट हो गईं।
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जयललिता को उनकी मां संध्या उर्फ वेदावती फिल्मी दुनिया में लेकर आईं। दरअसल, जयललिता की मां खुद भी एक्ट्रेस थीं। ऐसे में उन्होंने बेटी को भी इंडस्ट्री में आने के लिए फोर्स किया। जयललिता ने 15 साल की उम्र में फिल्मी दुनिया में दस्तक दे दी थी। तब वह एक स्टूडेंट थीं और स्टेट लेवल की टॉपर थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जयललिता अपने पिता की तरह वकील बनना चाहती थीं, लेकिन उनकी पहली फिल्म इतनी सफल रही कि वह तुरंत एक जाना-पहचाना चेहरा बन गईं। जयललिता ने अपने फिल्मी करियर में करीब 85 तमिल फिल्मों में काम किया था।
जयललिता को फिल्मों से राजनीति में एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) लेकर आए थे। एमजी रामचंद्रन की पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) की 1982 में सदस्य बन गईं। 1984 से 1989 तक जयललिता तमिलनाडु से राज्यसभा की सदस्य रहीं। एमजीआर के निधन के बाद पार्टी की जिम्मेदारी जयललिता ने संभाली और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री नियुक्त हुई।
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जयललिता जब तमिलनाडु की मुख्यमंत्री थीं तो अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने वेतन लेने से इनकार कर दिया था। वह सिर्फ एक रुपये सैलरी लिया करती थीं। वह छह बार तमिलनाडु की सीएम रहीं। 5 दिसंबर 2016 को जयललिता इस दुनिया से हमेशा के लिए विदा हो गईं।