बजट (Budget) विकसित व नए उत्तराखंड की तस्वीर पेश करता है : बंशीधर भगत
भराडीसैंण/मुख्यधारा
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक, पूर्व मंत्री व पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में वित्त मंत्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत बजट का स्वागत करते हुए इसे उत्तराखंड के हर वर्ग के उत्थान व हर क्षेत्र के विकास वाला बजट बताया और कहा कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंत्र सबका साथ, सबका विकास चरितार्थ हो रहा है।
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बंशीधर भगत ने विधानसभा में बजट के पक्ष में बोलते हुए कहा कि आज देश और प्रदेश विकास की ऊंची उड़ान भर रहे हैं।प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज नए युग में प्रवेश कर चुका है। इसी तरह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में विकास की नई परिभाषा लिखी जा रही है। यह बजट उसी नई परिभाषा को प्रदर्शित करता है। यह बजट सर्व ग्राही व सर्व स्पर्शी है। यह बजट जो स्वयं में विशिष्ट है की आज पूरे प्रदेश में प्रशंसा हो रही है।मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड को सन 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने का जो लक्ष्य तय किया है, यह बजट उस मार्ग पर मील का पत्थर साबित होगा।
भगत ने कहा कि बजट जिसका आकार 77 हजार 407 करोड़ रूपये है पिछली बार से 18.05 प्रतिशत अधिक है । इसी क्रम में राज्य द्वारा अपने संसाधनो से जिन प्राप्तियों का अनुमान है वे बिना कोई नया कर लगाए 24 हजार 744 करोड़ रुपये हैँ । ये प्राप्तियां भी पिछले बजट की अपेक्षा 18.44 प्रतिशत अधिक हैँ। इतना ही नहीं घाटे के बजट की परम्परा को तोड़ते हुए यह बजट 4309 करोड़ रुपये सर प्लस का है जो सरकार की कार्यशैली का प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि बजट में युवाओं, महिलाओं, किसानों, व्यापरियों समाज के कमजोर वर्गों सहित सभी का ध्यान रखा गया है। बजट में जिन क्षेत्रों पर अधिक फोकस है वे उत्तराखंड की जनता से सीधे जुड़े मुद्दे हैँ। इनमें रोजगार, स्वरोजगार, शिक्षा, युवा कल्याण स्वास्थ्य, चिकित्सा, कृषि, बागवानी, अवस्थापना विकास, ग्राम्य विकास सहकारिता जैसे विषय शामिल हैं। बजट में पर्यटन विकास, औद्योगिक विकास, जल आपूर्ति, सिंचाई, ऊर्जा पर विशेष जोर है। सरकार पलायन रोकने के लिए कटिबद्ध है। जोशीमठ आपदा में राहत व पुनर्वास हेतु विशेष व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री का ध्यान प्रशासनिक सुधारों के चलते वित्तीय प्रबंधन वे वित्तीय अनुशासन पर भी है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री राज्य को रिण के दबाव से मुक्त करना चाहते हैं। इस प्रयास का प्रमाण बजट में दिखाई दे रहा है। साथ मुख्यमंत्री योजनाओं के समयबद्ध कार्यान्वयन पर जोर दे रहे हैं जिससे बजट सही व समय पर उपयोग हो व विकास कार्य तेजी से चलें। भगत ने कहा कि बजट तैय्यार करने की प्रक्रिया में सरकारी कार्यों के साथ मुख्यमंत्री व वित्तमंत्री ने जनता की राय भी ली और जन संवाद भी किया। बजट से साफ है कि इसमें जन भावनाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। उन्होंने बजट को एतिहासिक बताते हुए इसके लिए मुख्यमंत्री वे वित्त मंत्री को बधाई दी।
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