कार्मिक विभाग ने लगाई फटकार
भगीरथ शर्मा
देहरादून। शून्य सत्र में विभिन्न विभागों द्वारा किए गए कार्मिकों के स्थानांतरण शासन के कार्मिक विभाग ने अमान्य घोषित कर दिए गए हैं। शासनादेश का उल्लंघन कर तबादले करने वाले विभागों को फटकार भी लगाई गई है।
कार्मिक विभाग की अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सोमवार को एक आदेश के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा शून्य सत्र में किए गए स्थानांतरण अमान्य घोषित कर दिए। ताजा आदेश में कहा गया है कि कार्मिक विभाग ने विगत 26 मई को कोरोना महामारी के दृष्टिगत वर्तमान स्थानांतरण सत्र शून्य घोषित कर दिया था।
यह भी व्यवस्था की गई है कि स्थानांतरण अधिनयम से आच्छादित कार्मिक कठिनाई होने पर धारा -27 के अन्तर्गत औचित्यपूर्ण प्रस्ताव स्थानांतरण समिति के विचारार्थ प्रस्तुत कर सकता है। इसके बावजूद शासन के संज्ञान में आया कि कतिपय विभागों द्वारा कार्मिक विभाग की सहमति के बिना कार्मिकों के तबादले किए जा रहे हैं, जो कि स्पष्ट रूप से शासनादेश का उल्लंघन है।
शासनादेश के विपरीत किसी भी विभाग द्वारा स्थानांतरण की कार्यवाही नहीं की जा सकती। यह भी पता चला कि कतिपय विभागों द्वारा अििध्नयम की धरा 21(3) की मनमाने ढंग से व्याख्या की जा रही है और अपने स्तर से ही मध्य और शून्य सत्र में स्थानांतरण किए जा रहे हैं।
कार्मिक विभाग का स्पष्ट कहना है कि मध्य अथवा शून्य सत्रा में कोई भी विभाग अधिनयम की धरा 21(3) के तहत स्थानांतरण की कार्यवाही नहीं कर सकते हैं। इसी के साथ कार्मिक विभाग ने शून्य सत्र में स्थानांतरण समिति की संस्तुति प्राप्त किए बिना किए गए समस्त तबादले अमान्य घोषित कर दिए हैं। कार्मिक विभाग के आदेश से तबादलों का खेल करने वालों को तगड़ा झटका लगा है। हालांकि शासनादेश के विपरीत तबादले करने वाले लोगों की जवाबदेही तय करने के संबंध में ताजा आदेश में कोई उल्लेख नहीं है।