उत्तराखंड में भारी बारिश (Heavy-rains) और भूस्खलन के बाद बद्रीनाथ राजमार्ग बंद होने से हजारों चारधाम यात्री फंसे रहे
बद्रीनाथ राजमार्ग छिनका के पास 17 घंटे बाद खुला, यात्रियों को किया रवाना
देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड में पिछले 4-5 दिनों से हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। देहरादून से लेकर पहाड़ों तक बारिश और भूस्खलन की वजह से चारधाम यात्री भी कई जगह फंस गए। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश हो रही है।
पहाड़ी जिलों में बारिश के बाद भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। आपदा की वजह से लगातार यातायात प्रभावित हो रहा है। इसके साथ ही कई जगहों पर आमजन को खासी परेशानी हो रही है।
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग छिनका के पास एक बार फिर से मलबा आने के कारण बंद हो गया था। जिससे इस मार्ग पर यातायात बंद हो गया था। राष्ट्रीय राजमार्ग 7 के दोनों ओर सैकड़ों की संख्या में वाहनों की कतार लग गई। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद शुक्रवार तड़के यहां आवाजाही के लिए मार्ग सुचारू कर यात्रियों को रवाना किया गया।
सड़क पर फंसे हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का कहना है कि वे लोग बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब दर्शन के लिए जा रहे थे, लेकिन सड़क पर मलबा आने के कारण उनका सफर यहीं थम गया है। जिससे हाईवे के दोनों ओर करीब 8 हजार तीर्थयात्री फंस गए थे, जो हाईवे के खुलने का इंतजार कर रहे थे।
वहीं, हाईवे अवरुद्ध होने पर पुलिस प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ धाम, जोशीमठ, पीपलकोटी, चमोली, कर्णप्रयाग आदि क्षेत्रों में रोक लिया गया है। अब इन सभी यात्रियों को रवाना कर दिया गया है।
सड़क के दोनों ही तरफ जेसीबी मशीनें काम करने में जुटी रही। जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों को पानी व अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई।
वहीं दूसरी ओर गुरुवार दोपहर बारिश से मनेरी के समीप पहाड़ी से बड़े बड़े बोल्डर गंगोत्री हाईवे पर आकर गिरे। जिसके कारण हाईवे करीब आधे घंटे बाधित रहा।
बीआरओ ने हाईवे को आवाजाही के लिए सुचारू करवाया। आधे घंटे बंद होने से तीर्थयात्रियों व आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह गनीमत रही की जिस समय पहाड़ी से बोल्डर गिरे उस समय वहां से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था, नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
बोल्डर गिरने के कारण हाईवे का कुछ हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है। बिजली के तार भी टूट कर सड़क पर आ गिरी है।
उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने देवेन्द्र पटवाल ने बारिश के बाद भूस्खल की जानकारी दी। उन्होंने बताया लगातार हो रही बारिश से एनएच 94 पर भूस्खलन हो गया है। पहाड़ी से पत्थर गिरने से बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं।
मनेरी के पास गंगोत्री की ओर पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने से हाईवे क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि इस बीच गंगोत्री धाम की यात्रा जारी है।