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भगवान बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट इस तारीख को किए जाएंगे बंद, सात महीनों से चल रही चार धाम यात्रा पहुंची अंतिम चरण में

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भगवान बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट इस तारीख को किए जाएंगे बंद, सात महीनों से चल रही चार धाम यात्रा पहुंची अंतिम चरण में

मुख्यधारा डेस्क

पिछले सात महीनों से चल रही चार धाम यात्रा अब अंतिम चरण में आ पहुंची है। शीतकाल में चारों धामों के कपाट बंद हो जाते हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के बाद अब बद्रीनाथ धाम के कपाट भी बंद होने की तारीख घोषित कर दी गई है। चारों धामों में से केवल बदरीनाथ मंदिर के कपाट बंद करने की ही तिथि निकाली जाती है जबकि अन्य तीनों धामों की तिथि दीवाली के त्योहार से ही निर्धारित होती है। बद्रीनाथ के कपाट 18 नवंबर को बंद किए जाएंगे। विजयादशमी पर्व पर बद्रीनाथ मंदिर परिसर में आयोजित धार्मिक समारोह में रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने आदि शंकराचार्य की गद्दी को साक्षी मानकर कपाट बंद करने की तिथि घोषित की। चार धाम यात्रा पर अब तक करीब 50 लाख यात्री पहुंच चुके हैं।

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वहीं, पंचगद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में बदरीनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा का भी समापन हो जाएगा। इस वर्ष बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे। वर्तमान यात्रा काल में अब तक रिकॉर्ड 16 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं। बद्रीनाथ धाम से पहले केदारनाथ और गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तारीखों का भी एलान हो चुका है। केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज पर्व पर 15 नवंबर को वृश्चिक लग्न में सुबह 8:30 बजे, यमुनोत्री धाम के कपाट इसी दिन अभिजीत मुहूर्त एवं मकर लग्न में दोपहर 11:57 बजे और गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर को अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 11:45 बजे बंद किए जाएंगे।

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बता दें कि उत्तराखंड में चारों धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट साल में सिर्फ छह महीने के लिए ही खोले जाते हैं। सर्दियों में यहां पर काफी बर्फ पड़ती है, इसलिए छह महीनों के लिए कपाट बंद रहते हैं। इस बार चार धाम की यात्रा में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यही नहीं कई बड़ी हस्तियों ने भी बाबा के दर्शन और पूजा अर्चना की है।

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