देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर व हल्द्वानी में 10 दिसंबर को हुए महिला सम्मेलन (Women’s conferences)
देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड के लिए 10 दिसंबर 2023 ऐतिहासिक दिवस हो जाएगा। इस दिन एक साथ देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी में महिला सम्मेलन हुए। प्रत्येक सम्मेलन में हज़ारों की संख्या में महिलायें उत्साहपूर्वक एकत्रित हुईं।
उत्तराखंड प्रान्त संयोजक डॉ. अंजलि वर्मा ने बताया कि राष्ट्र के निर्माण व विकास के लिए प्रतिबद्ध महिलाएं इसमें प्रतिभाग कर रही हैं।
देहरादून में मुख्य वक्ता डॉ. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि पुरातन काल, वैदिककाल से महिला चिंतन के केंद्र में रही है। प्रत्येक काल में महिला ने परिवार, समाज व राष्ट्र के निर्माण में सहभागिता की है, जो भविष्य में भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए संकल्पित है।
प्रान्त प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिला राष्ट्र की आधारशिला है, हम मातृ शक्ति का सदैव सम्मान करते आये हैं। माता ने सदैव वीर पुत्रों को मार्गदर्शन दिया है, भविष्य में भी उनसे अमृत काल मेअनेक अपेक्षाएं है कि वह राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका में रहेगी।
प्रान्त संयोजक डॉ. अंजलि वर्मा ने कार्यक्रम की प्रस्तवना व अतिथि स्वागत भाषण दिया। साथ ही नगर, ग्राम, तहसील तक महिलाओं के विविध आयामों पर महिलाओं की समस्याओं को सुनने व समाधान खोजने की प्रार्थना की।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई विचार विमर्शों के सत्र चले। डॉ. रितु गुप्ता सह निदेशक कनिष्क हॉस्पिटल ने महिलाओं के महत्वपूर्ण स्थान होने के कारण उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने के लिए जागरूक किया।
कार्यक्रम में विजय नीज़ोंन, गीता बिष्ट, राधिका गंभीर, सहित वैज्ञानिक व डॉक्टर्स को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश अध्य्क्ष महिला मोर्चा आशा नौटियाल, विधायक सविता कपूर तथा शिवरानी, कंचन गुनसोला, डॉ अनिता रावत, शिवानी ककड़, लता शर्मा, प्रीति शुक्ला, यामा शर्मा, विजय लक्ष्मी, बबली, संगीता चड्डा, शारदा त्रिपाठी, साधना शर्मा, लक्ष्मी बिष्ट, डॉ आशा रोंगाली सहित अनेकों महिलाएं उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर रीना चंद्रा ने किया व एकता त्रिपाठी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।