हल्द्वानी (Haldwani) में बवाल-हिंसा : 6 लोगों की मौत, 300 से अधिक घायल, कर्फ्यू जारी, शहर छावनी में तब्दील, आज स्कूल-कॉलेज बंद
हल्द्वानी/मुख्यधारा
उत्तराखंड के हल्द्वानी में बवाल और हिंसा के बाद दूसरे दिन शुक्रवार को भी तनाव बना हुआ है। पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हालात से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भेजा जा रहा है।
गुरुवार को हल्द्वानी के बनभूलपुरा हुए पथराव में 4 लोगों की मौत हो गई, वहीं 250 से अधिक लोग घायल भी हो गए। पुलिस के अनुसार बनभुलपुरा में शामिल उपद्रवियों को चिन्हित कर उन पर मुकदमा किया जा रहा है।
हल्द्वानी में कर्फ्यू लगाया गया है। इंटरनेट की सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।बता दें कि गुरुवार को थाना बनभूलपुरा के पास मलिक के बगीचे में अवैध मदरसे और नमाज स्थल को तोड़ने के दौरान जमकर हंगामा हुआ था।
नगर निगम की टीम आज जेसीबी लेकर पहुंची इसी दौरान वहां मौजूद उपद्रवियों ने प्रशासन, पुलिस और पत्रकारों के ऊपर पत्थरबाजी की जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। उपद्रवियों ने पुलिस, नगर निगम और पत्रकारों की गाड़ियों में आग लगा दी थी। थाना बनभूलपुरा के पास भी पुलिस की गाड़ी में भी आग लगाई गई। हालात बेकाबू होने की वजह से पुलिस को कई राउंड फायरिंग भी करनी पड़ी। फिलहाल पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं।
हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई, करीब 300 पुलिसकर्मी-निगम कर्मचारी घायल हैं। नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं। आज स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। सुरक्षा के लिहाज से पैरामिलिट्री की 4 तो पीएसी की 2 कंपनियां तैनात की गई हैं। हल्द्वानी मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ पुलिस, इंटेलिजेंस के अन्य सीनियर ऑफिसर के साथ हालात की समीक्षा की। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- अतिक्रमण कोर्ट के आदेश पर हटाया गया है। जिन लोगों ने हमला और आगजनी की है उनकी पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम से लेकर पुलिस के अफसर कह रहे हैं कि सारा एक्शन कोर्ट के आदेश पर किया गया था। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद मीणा ने बताया कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अदालत के आदेश के अनुपालन में की गई है.उधर कांग्रेस का कहना है कि शांति पूर्ण हल्द्वानी की ये घटना शर्मनाक है। दोनों पक्ष धैर्य बरतें हरीश रावत पूर्व सीएम उत्तराखंड हालात बेकाबू होने की वजह जो भी हो लेकिन ये तय है कि इस शांत पहाड़ी सूबे में इस तरह की हिंसा चिंता पैदा करने वाली है।
नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने बताया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। हमारे पास वीडियो रिकॉर्डिंग से लेकर दंगाइयों के अनेक इनपुट हैं, उन सबको एकत्र किया जा रहा है। नुकसान की भरपाई उन्हीं दंगाइयों के द्वारा की जाएगी. जानकारी जुटाने के लिए दंगाइयों के पोस्टर भी जारी किए जाएंगे। पुलिस और प्रशासन ने धैर्य का परिचय दिया है। अवैध अतिक्रमण पर हमारा अभियान रुकने वाला नहीं है।