यूपी में घमासान : यूपी में सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की तनातनी के बीच अखिलेश यादव का खुला ऑफर, कहा- 100 विधायक लाओ सरकार बनाओ
मुख्यधारा डेस्क
यूपी की सियासत में बहुत कुछ चल रहा है। धीरे-धीरे आपसी मतभेद की कई बातें निकाल कर बाहर आ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच इस बार मनमुटाव कुछ ज्यादा ही बढ़ गए हैं। इसकी शुरुआत लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद शुरू हो गई थी। केशव प्रसाद मौर्य लगातार एक्टिव दिख रहे हैं।
सपा के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव लगातार सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार पर हमले कर रहे हैं। अखिलेश ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे उत्तर प्रदेश में नई सियासी अटकलें शुरू हो गई हैं। यूपी सरकार में खींचतान के बीच डिप्टी सीएम केशव मौर्य बुधवार देर रात दिल्ली से लौट आए हैं। दो दिन में केशव मौर्य ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से दो बार मुलाकात की, लेकिन उनकी पीएम मोदी और शाह से मुलाकात नहीं हो पाई।
इधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने केशव मौर्य के लखनऊ लौटने के बाद एक्स पर दो पोस्ट किए। बुधवार रात लिखा- लौट के बुद्धू घर को आए। गुरुवार सुबह लिखा- मानसून ऑफर: 100 लाओ, सरकार बनाओ।
दरअसल, पहले भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में अखिलेश यादव इस प्रकार का ऑफर दे चुके हैं कि अगर आपको सरकार बनाने का सपना पूरा करना है तो 100 विधायक तोड़कर लाएं। समाजवादी पार्टी समर्थन कर देगी। इस बयान के जरिए उन्होंने केशव प्रसाद मौर्य को उन्होंने खुला ऑफर दिया था। अब एक बार फिर वे इस प्रकार की बात करते दिख रहे हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से उत्तर प्रदेश भाजपा में लगातार विवाद गहराया हुआ है। पार्टी को चुनाव में मार्च 33 सीटों पर जीत मिली। वहीं, विपक्षी गठबंधन इंडिया ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की। समाजवादी पार्टी यूपी की राजनीति में नंबर वन बन गई है। पार्टी को 37 सीटों पर जीत मिली। सहयोगी कांग्रेस 6 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुई। यूपी सरकार में पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर पंडित सुनील भराला ने भूपेंद्र चौधरी के इस्तीफे की मांग की है।
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उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह मांग रखी है। इस दौरान उन्होंने यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा संगठन के बारे में कही गई बात का भी जिक्र किया। सुनील भराला ने अपने पोस्ट में केशव प्रसाद मौर्य के द्वारा कही गई बात- संगठन सरकार से बड़ा होता है का जिक्र करते हुए कहा, वैसे ये पंडित दीनदयाल जी भाग 3 पर लिखा है। इस बयान पर मेरी समझ से संगठन की जिम्मेदारी भी बड़ी होती है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जी का आशय यही रहा होगा कि हार की बड़ी जिम्मेदारी संगठन की ही है। इसलिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी को बिना देर किए हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए त्याग पत्र दे देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी में ऐसी परिपाटी रही है, जहां तत्कालीन अध्यक्षों जैसे कलराज मिश्र, विनय कटिहार आदि ने इस्तीफे दिए थे। संगठन का असली कार्यकर्ता वो ही है, जो अपनी गद्दी से पहले अपने संगठन और पार्टी के बारे में सोचे।
इधर, भाजपा शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम की 27-28 जुलाई को दिल्ली में बैठक होगी। इसमें सरकार-संगठन में समन्वय पर भी चर्चा होगी। बैठक में पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह शामिल होंगे।