चक्रवाती तूफान: गुजरात में तबाही मचा कर बिपरजॉय (biperjoy) राजस्थान की ओर बढ़ा
- लाखों लोगों की रातें दहशत के साए में कटी, राज्य में भारी नुकसान, वीडियो
- गुरुवार शाम करीब 9 महातूफान कच्छ में जखाऊ पोर्ट से टकराया। राज्य में भारी नुकसान, 2 लोगों की मौत कई घायल। गुजरात में चक्रवात का असर अभी भी बना हुआ है। हालांकि आज शाम तक इसका असर खत्म हो जाएगा।
- जखाऊ और मांडवी में कई पेड़, होर्डिंग्स और बिजली के खंभे उखड़ गए। सैकड़ों कच्चे घर भी गिर गए, इस तूफान में कई जानवरों की भी मौत की खबर है। राज्य सरकार नुकसान के आकलन में जुटी ।
मुख्यधारा डेस्क
अरब सागर से 10 दिन पहले उठा बिपरजॉय तूफान गुरुवार शाम गुजरात के कच्छ में जखाऊ पोर्ट से टकरा गया। इस विनाशकारी तूफान ने गुजरात में भारी नुकसान किया है।
#WATCH | NDRF team rescues two stranded people from the low-lying areas of Rupen Bandar in Dwarka district after cyclone 'Biparjoy' made landfall along the Gujarat coast yesterday.
(Video Source: NDRF) pic.twitter.com/OdfDqpjTlN
— ANI (@ANI) June 16, 2023
कच्छ में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। कई पेड़ उखड़ गए हैं। द्वारका में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर कच्छ-सौराष्ट्र 8 जिलों में रहा। राज्य सरकार तूफान से हुए नुकसान का आकलन करने में लगी हुई है। गुजरात में चक्रवात का असर अभी भी बना हुआ है।
कच्छ में मांडवी, नलिया, नारायण सरोवर, जाखौ बंदर, मुंद्रा और गांधीधाम, अहमदाबाद समेत पूरे राज्य में तेज बारिश हो रही है। 90 से 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। पूरे मांडवी में 18 घंटे से बिजली नहीं है। इससे लोग परेशान हैं। पिछले 24 घंटों में कच्छ में 2 से 7 इंच बारिश हुई है।
बिपरजॉय की वजह से गुजरात के कई जिलों में तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही हैं। कच्छ और सौराष्ट्र के तट बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। तेज हवा के चलते जखाऊ और मांडवी में कई पेड़, होर्डिंग्स और बिजली के खंभे उखड़ गए। भावनगर जिले में बाढ़ के खड्ड में फंसी अपनी बकरियों को बचाने की कोशिश के दौरान पिता और पुत्र की मौत हो गई। वहीं, देवभूमि द्वारका में पेड़ गिरने से तीन लोग घायल भी हुए हैं। तूफान अभी 13-14 किमी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
तूफान की वजह से आज भी कच्छ, द्वारका और जामनगर में तेज हवा के साथ बारिश होगी। चक्रवात तूफान की वजह से चल रही तेज हवाओं से मोरबी में तार और कई खंबे टूट गए। तूफान की वजह से मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई। 11 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है।
मोरबी के कार्यकारी अभियंता जेसी गोस्वामी ने जानकारी दी कि तटीय ग्रामीण और रेगिस्तानी इलाकों में 300 से ज्यादा बिजली के खंभे टूट गए हैं। बिपरजॉय को देखते हुए पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम से फोन पर बात की है।
सीएम ने बताया कि पीएम ने गुजरात की वर्तमान स्थिति के बारे में सभी जानकारी ली। बिपरजॉय तूफान गुरुवार शाम साढ़े छह बजे कच्छ के जखौ तट से टकराया था। लैंडफॉल आधी रात तक चला।
इस दौरान हवाओं की रफ्तार 115 से 125 किमी प्रति घंटे रही। इससे पहले कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी समेत तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई।
94 हजार से ज्यादा लोगों को तटीय इलाकों से रेस्क्यू किया गया था। कोस्ट गार्ड ने 15 जहाज और 7 एयरक्राफ्ट तैयार रखे थे। एनडीआरएफ की 27 टीमें भी तैनात थीं।
अब यह उत्तर- दक्षिण राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है। गुजरात से गुजरने के बाद यह राजस्थान में एक डिप्रेशन वाले मौसमी सिस्टम की तरह प्रवेश करेगा। इस दौरान कई इलाकों में 10 से 20 सेमी तक बारिश होने के आसार हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के साथ दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के कई इलाको में शुक्रवार को भारी बारिश होगी।