आपदा (Disaster) के जख्म भरने के लिए चल रहे निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी का आरोप
- उप जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम को भेजा ज्ञापन ।
- निर्माण कार्यों की जांच सहित ठेकेदार को काली सूची में डाले जाने की मांग ।
नीरज उत्तराखंडी/पुरोला
जनपद उत्तरकाशी के सीमांत विकास खण्ड मोरी के आपदा प्रभावित आराकोट बंगाण क्षेत्र में चल रहे पुनर्निर्माण व बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यो में ग्रामीणों ने निम्न गुणवत्ता व अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए उपजिलाधिकारी देवानंद शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
ज्ञापन में कहा गया है कि मोरी विकासखण्ड के आराकोट- बंगाण क्षेत्र में 2018 को आई भीषण आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने करोडों रुपये की धनराशि स्वीकृत की है लेकिन ठेकेदारों व विभागीय लापरवाही के कारण करोड़ों की लागत से हो रहे पुर्ननिर्माण व बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यो मे भारी अनिमितताएं एवं गुणवत्ता मानकों की अनदेखी कर सरकारी धन को ठिकाने लगाया जा रहा है।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने कार्य की गुणवत्ता तथा अनियमितताओं की जांच की मांग की है।ग्रामीणों का कहना है कि कई बार लिखित व मौखिक रूप से इस संबंध में विभाग को व ठेकेदारों को निर्माण कार्यों में गुणवत्ता बनाये रखने का निवेदन किया लेकिन कोई भी सुनने व सुधार करने को राजी नहीं है।
ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से ऐसे ठेकेदारों के कार्यों की जांच कर काली सूची में डालने की मांग की। ज्ञापन पर मनमोहन सिंह चौहान, किशोर राणा, धर्मेन्द्र चौहान, अरविंद, कपिल आदि लोगों के हस्ताक्षर हैं।