धारचूला। विधायक हरीश धामी ने सत्तारूढ़ सरकार पर उनके क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इतनी भारी प्राकृतिक आपदा के बाद भी मुख्यमंत्री उनके क्षेत्र में नहीं आए। यह क्षेत्रवासियों के साथ सौतेला व्यवहार नहीं तो क्या है। इससे क्षेत्रवासियों में सरकार के प्रति आक्रोश पनप रहा है।
धारचूला विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार कुंभकर्णी नींद में सोई हुई है और किसी को भी घमंड नहीं करना चाहिए। हरीश धामी ने कहा कि उनके क्षेत्र में करीब २० लोगों ने अपनी जान गंवाई है, लेकिन सरकार की ओर से वहां की सुध नहीं ली जा रही है। उन्हें आश्चर्य है कि एक छोटे से प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने आपदाग्रस्त क्षेत्रों की सुध नहीं ले पा रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि ये वही जनता है, जिन्होंने डबल इंजन के नाम पर प्रचंड बहुमत की सरकार दी थी। वह कुंभकर्णी नींद में न सोये, क्योंकि अगर जनता सत्ता में बैठाना चाहती है तो सत्ता से उतारना भी जानती है। स्थिति यह है कि आज आपदा क्षेत्रों में सड़कें, पेयजल व चिकित्सा जैसी मूलभूत समस्याओं का संकट खड़ा हो गया है। सरकार से अपेक्षा है कि वह क्षेत्र का दौरा कर यहां की समस्याएं सुलझाने की दिशा में काम करे। उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर से सड़कें व अन्य समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वह काफी नहीं है।
उन्होंने कहा कि धारचूला विधानसभा के अंतर्गत समस्त आपदा प्रभावितलोगों के मुद्दे पुनर्वास, पेयजल, सड़क,पैदल रास्तों ,विद्युत और मुनस्यारी ने स्थाई उप ज़िलाअधिकारी के नियुक्ति के संदर्भ में दो घंटे का उपवास ज़िला अधिकारी के कार्यालय में करूँगा। अगर इसके उपरांत भी क्षेत्र की जनता को राहत नही मिली और ये सरकार अपनी कुंभकर्णी नीद से नही जागी तो निश्चित तौर पे बरसात के बाद सड़क से लेकर सदन तक इस मामले को उठाएगे और क्षेत्रीय लोगों के साथ अनिश्चित क़ालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा ।