बाबासाहेब अंबेडकर विवाद : भाजपा और कांग्रेस सांसदों के बीच हुई धक्का-मुक्की, दोनों पक्षों ने एक दूसरे को धक्का मारने के लगाए आरोप
मुख्यधारा डेस्क
शीतकालीन सत्र के समापन पर भीमराव अंबेडकर को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच संसद के भीतर और बाहर घमासान जारी है। गुरुवार को संसद परिसर में सत्ता पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हुई। भाजपा सांसदों ने कांग्रेस पार्टी पर बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए संसद में विरोध प्रदर्शन किया।
संसद में गुरुवार सुबह इंडिया ब्लॉक और भाजपा सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। इंडिया ब्लॉक अंबेडकर पर शाह के बयान की निंदा और उनके इस्तीफे की मांग कर रहा था। भाजपा सांसद भी अंबेडकर पर कांग्रेस की बयानबाजी का विरोध कर रहा था। इसी दौरान दोनों पक्षों के सांसद आमने-सामने आ गए।
इसके बाद ही धक्का-मुक्की शुरू हुई। धक्का मुक्की में उड़ीसा के बालासोर से बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और यूपी के फर्रुखाबाद से बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत घायल हो गए। बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया। राहुल ने बीजेपी के आरोपों को झूठा बताया है। नगालैंड से बीजेपी की सांसद एस फांगनोन कोन्याक ने कहा कि राहुल गांधी मेरे बहुत करीब आकर खड़े हो गए थे। मैं बेहद असहज हो गई थी। राहुल ने मुझे धमकाया। प्रियंका गांधी ने भी राहुल का बचाव किया है।
संसद के बाहर प्रियंका गांधी ने मीडिया से कहा- भाजपा सांसद गुंडागर्दी कर रहे हैं। अमित शाह की खाल बचाने के लिए भाजपा ने ये साजिश शुरू कर दी है कि राहुल ने किसी को धक्का दिया है। मेरी आंखों के सामने खड़गे जी को धक्का दिया गया। वह जमीन पर गिर गए। इसके बाद भाजपा ने फिर सीपीआई (एम) सांसद को धक्का दिया, जो खड़गे जी पर गिरे। मुझे लगा कि इससे उनका पैर टूट जाएगा। उन्हें चोट लगी है। 82 साल के खड़गे जी के लिए कहीं से कुर्सी लाई गई। इन आरोपों पर अब राहुल गांधी की भी प्रतिक्रिया आ गई है। उन्होंने कहा कि ‘मुझे अंदर जाने से रोका जा रहा था।’ राहुल ने कहा, ‘मैं संसद के अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, तो भाजपा के सांसद मुझे रोक रहे थे, धकेल रहे थे और मुझे धमका रहे थे। ये संसद है और अंदर जाना हमारा अधिकार है, लेकिन भाजपा के लोग हमें अंदर जाने से रोक रहे थे। अपने पक्ष में कांग्रेस के एक्स हैंडल से एक वीडियो भी जारी किया गया है। इसे शेयर करते हुए पार्टी ने लिखा, ‘इस वीडियो में साफ दिख रहा है। भाजपा सांसद हाथों में डंडे लगे प्लेकार्ड लेकर विपक्ष के सांसदों को सदन में जाने से रोक रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी, प्रियंका गांधी जी और अन्य महिला सांसदों के साथ भाजपा के सांसद धक्का-मुक्की कर रहे हैं। ये सरासर गुंडई है। लोकतंत्र के मंदिर में भाजपा की तानाशाही है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीं मल्लिकार्जुन खरगे ने इस संबंध में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें भाजपा सांसदों ने धक्का दिया। खरगे ने लिखा कि इससे उनके घुटनों में चोट गई गई, जिसकी सर्जरी हुई थी। उन्होंने लिखा, ‘इसके बाद कांग्रेस के सांसद मेरे लिए एक कुर्सी लेकर आए और मुझे उस पर बैठाया गया। बड़ी मुश्किल से मैं सुबह 11 बजे लंगड़ाते हुए सदन में पहुंचा।’ खरगे ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा- राहुल नेता प्रतिपक्ष हैं, उन्हें पहलवानी दिखाने की क्या जरूरत है। उन्होंने कराटे क्या दूसरों को मारने के लिए सीखा है। भाजपा सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से शिकायत की है।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज राहुल के खिलाफ एफआईआर करवाने संसद मार्ग थाने पहुंच गए हैं। चोटिल प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत से मिलने भाजपा सांसद प्रल्हाद पटेल, पीयूष गोयल और कृषि मंत्री शिवराज सिंह राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, प्रताप चंद्र सारंगी को देखकर मन पीड़ा से भर गया है।
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संसद के इतिहास का ये काला दिन है। मर्यादाओं की धज्जियां उड़ा दी गईं। राहुल गांधी और कांग्रेस ने जो गुंडागर्दी की है उसका कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। भाजपा सांसद निशिकांत ने कहा कि आपको शर्म नहीं आती, गुंडागर्दी करते हो। बूढ़े को गिरा दिया। इस पर राहुल ने तुरंत ही आरोप लगाया कि सारंगी ने उन्हें धक्का दिया था। राहुल के इतना कहते ही वहां मौजूद बीजेपी सांसद जोर-जोर से चिल्लाने लगे कि सारंगी ने राहुल को धक्का नहीं दिया। इसके तुरंत बाद राहुल वहां से निकल गए। बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र में लगातार दूसरे दिन गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह के अंबेडकर पर बयान को लेकर हंगामा हुआ। शाह ने 17 दिसंबर को राज्यसभा में कहा था- अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। कांग्रेस ने इस बयान को अंबेडकर का अपमान बताया है और शाह को कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने की मांग की है।
गरुवार को विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर विरोध मार्च निकाला। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी नीले कपड़े पहनकर पहुंचे थे। वहीं राज्यसभा के सभापति और उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष की तरफ से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को उप-सभापति हरिवंश ने खारिज कर दिया है। उप-सभापति ने कहा कि यह नोटिस विपक्ष का गलत कदम है, जिसमें बहुत खामियां हैं और जो सिर्फ सभापति की छवि खराब करने के मकसद से लाया गया है। उन्होंने अपने जवाब में कहा कि महाभियोग का नोटिस देश के संवैधानिक संस्थानों को बदनाम करने और वर्तमान उपराष्ट्रपति की छवि धूमिल करने की साजिश का हिस्सा है। 10 दिसंबर को संसद के शाीतकालीन सत्र के 10वें दिन विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।