- उत्तराखंड सचिवालय से बड़ी खबर : गुंडई पर उतरे बॉबी पंवार, सचिव मीनाक्षी सुंदरम के साथ गाली-गलौच कर जान से मारने की दी धमकी (Bobby Panwar abused Secretary Meenakshi Sundaram
- निजी सचिव ने बाॅबी के खिलाफ SSP को दी तहरीर
देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड शासन से आज की बड़ी खबर सामने आई है, जहां नेता बॉबी पंवार ने सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम के साथ गाली गलौज व धक्का मुक्की करने के साथ ही उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। वे अपने दो साथियों के साथ सचिवालय में सचिव से मिलने पहुंचे थे। इस प्रकरण के सामने आते ही सचिवालय में कर्मचारियों की बीच ये बात चर्चा का केंद्र बनी रही, वहीं सचिवालय कर्मियों में बॉबी पंवार के नाराजगी देखी जा रही है।
इस संबंध में कपिल कुमार, वरिष्ठ निजी सचिव- सचिव आवास, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा, नियोजन विभाग उत्तराखण्ड शासन ने एसपी को तहरीर दी है। शिकायती पत्र के अनुसार आज दिनांकः 06.11.2024 को सांय लगभग 06:25 बजे के आसपास मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव, उत्तराखण्ड शासन के सचिवालय स्थित विश्वकर्मा भवन के कार्यालय कक्ष संख्या: 201 में बॉबी पंवार नामक व्यक्ति अपने 02 साथियों के साथ मिलने के लिए आया।
सचिव द्वारा जब उक्त व्यक्ति को मिलने के लिए अपने कक्ष में बुलाया गया तो उसके द्वारा सचिव के समक्ष अत्यन्त दुर्व्यवहार किया गया तथा सचिव को गाली-गलौच, डराने-धमकाने तथा जान से मारने की धमकी उक्त व्यक्ति द्वारा दी गयी, जिस दौरान सचिव द्वारा हमें (कपिल कुमार, वरिष्ठ निजी सचिव एवं अनूप डंगवाल, अपर निजी सचिव) बुलाकर उसे बाहर भेजने के निर्देश दिये गये, परन्तु उक्त व्यक्ति ने सचिव के समक्ष ही हमसे भी धक्का-मुक्की, हाथापाई तथा मारपीट की गयी तथा शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न की। साथ ही उक्त व्यक्ति द्वारा सचिवालय से बाहर देख लेने की धमकी भी दी गयी, जिससे हमें जान-माल के नुकसान की आशंका है। यदि भविष्य में सचिव अथवा हमारे साथ कोई अनहोनी होती है तो उसके लिए पूर्ण रूप से बॉबी पंवार नाम का उक्त व्यक्ति उत्तरदायी होगा।
अतः बॉबी पंवार के दुर्व्यवहार तथा जान से मारने की धमकी के दृष्टिगत सचिव के निर्देशानुसार उक्त व्यक्ति के विरूद्ध तत्काल प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज कराने का कष्ट करें तथा उपरोक्त तथ्यों के दृष्टिगत उसके विरूद्ध उचित एवं कठोर विधिक कार्यवाही कराने का कष्ट करें, ताकि भवष्यि में इस व्यक्ति के द्वारा सचिवालय के किसी अन्य अधिकारी/कर्मचारी के साथ भी इस तरह का दुर्व्यवहार न किया जा सके।