देहरादून/मुख्यधारा
अपने सधे व मंझे अनोखे अंदाज में कटाक्ष कर हमेशा भाजपा को कटघरे में खड़ा करने वाले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को इस बार भारतीय जनता पार्टी की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने खूब खरी-खरी सुनाई है। उन्होंने कहा है कि दाज्यू बुरा मत मानना, आपने हजारों महिलाओं के सपनों को बर्बाद किया है। रेखा ने कुमाऊंनी में एक उदाहरण के साथ कहा है कि आप स्वयं को वर्ष 2022 के लिए स्वयंभू मुख्यमंत्री घोषित कर रहे हो, किंतु आपकी बात को आपकी पार्टी के सिपाही ही हजम नहीं कर पा रहे हैं।
मंत्री रेखा आर्य ने यह भी कहा कि आपका तो वर्ष 2017 का ही आखिरी चुनाव था, जनता ने तब आपको पूर्ण रूप से आराम करने के लिए सेवानिवृत्त कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने काफी बातें हरदा के लिए कहीं हैं।
आइए आपके समक्ष कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के शब्दों को हूबहू प्रस्तुत किया जा रहा है :-
सेवानिवृत्त दाज्यू फिर बोलें
बड़े दाज्यू #हरीश रावत जी आपको कुछ न कुछ बोलना ही है वैसे हमारे पहाड़ में एक किस्सा है कि होशियार तो म्यर बौज्यू लै छी लेकिन उन्नर बात मानन मेरी ईज लै नी छी” यही कहावत आप पर लागू हो रही है क्योकि उम्र के इस पड़ाव में आप खुद को #2022 का स्वयंभू मुख्यमंत्री घोषित कर दे रहे हो और आपकी उस बात को आपकी पार्टी ही नहीं मान रही है ।
इधर दाज्यू T.H.R पर भी बोले कि “आपने हजारों महिलाओं के सपने को बर्बाद कर दिया”, दाज्यू बुरा मत मानना लेकिन इस प्रदेश की हजारों नहीं बल्कि लाखों महिलाओं के सपने तो आपने बर्बाद किये मुख्यमंत्री बनकर । जहा तक T.H.R का सवाल है यह केंद्र पोषित योजना है, इसमें केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के क्रम में T.H.R की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु T.H.R में कच्चे राशन के वितरण को प्रतिबंधित करते हुए माइक्रो न्यूट्रिएंट् फोर्टिफाइड ( विटामिन एवं मिनरल युक्त) पोषण आहार को लैब से टेस्टिंग करवाकर वितरण किया जाना अनिवार्य कर दिया है।
इसी दिशा में सरकार ने एक कदम बढ़ाया ही है कि आप बिना सोचे समझे फिर बोल गये, अब दाज्यू जितना भी बोल लो मुख्यमंत्री बनना आपके लिए मुंगेरी लाल के सपने ही हैं और इसके लिए दोष हमारा नहीं बल्कि सच स्वीकारो तो आपकी ही पार्टी आपको मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहती हैं।
दाज्यू T. H.R. की गुणवता अच्छी हो, गर्भवती महिलाओं व बच्चो को उच्च गुणवत्ता का पोषण आहार मिले क्या इसमें आपको तकलीक है? और सबसे बड़ी बात किं इससे स्वयं सहायता समूहों की मातृ शक्ति का काम छीना नहीं जां रहा बल्कि उसमें और अधिक स्वयं सहायता समूहों को कार्य देने और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने लिए हमारी सरकार कार्य कर रही हैं।
दाज्यू क्या आप नहीं चाहते कि:-
●इस योजना में अधिक स्वयं सहायता समूह जुड़े?
●इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, बच्चो को उच्च गुणवत्ता का पोषण/ विटामिन युक्त आहार मिले?
●इस योजना से पारदर्शी तरीके से प्रत्येक लाभार्थी को समय से लैब टेस्टेड पोषाहार मिले?
●इस योजना में केद्रांश जो 90% प्रतिशत मिलता है और केंद्र के नियमों की अनदेखी कर इस 90% केद्रांश से राज्य के लाभार्थी बच्चो एवं महिलाओ को वंचित होने से बचाया जा सके?
दाज्यू आप टेंडर सुनते ही बोल जाते हो क्योंकि इसमें दोष आपका नहीं आपके पूर्व के क्रियाकलापों का है, आपका मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल राज्य सेवा के बजाय टेन्डर दिलाने में ही व्यतीत हुआ, आपकी इस उम्र में स्मरण शक्ति शून्य हो गयी है ऐसा कई बार प्रतीत हुआ है,इसलिए हर बार आपको मुझे आपकी पोस्ट से जुड़े हुए कारनामे याद दिलाने पड़ते हैं। आज आपको टेंडर से जुड़े आप के कार्यकाल के टेंडर की याद दिला रही हूँ,
आप के कार्यकाल में FL2 के संबंध में एक आदेश हुआ कि एक व्यक्ति को संपूर्ण प्रदेश का FL2 दे दिया जाय इस फाइल(पत्रावली) में अधिकारियों ने व्यक्ति विशेष की मोनोपोली होने की बात भी लिखी लेकिन आपको अपने चहेते ठेकेदार जी से जिन्हें #डेनिश नाम से जाना जाता था और आपने सभी नियमों को ताक पर रखकर प्रदेश की शराब एक व्यक्ति को दे दी। इतना ही नहीं आपने एक और नया कीर्तिमान अपने नाम किया जिसमें संपूर्ण भारत में पहला केस होगा जहां शराब का काम मंडी को दे दिया था। और बाद में आप की सरकार समेत इस पॉलिसी का क्या हश्र हुआ वह जमाने ने देखा।
दाजू टेंडर के लिए चहेती कंपनी आपसे ज्यादा इस प्रदेश में कौन लाया, आपके तो यह टेंडर प्रेम ने आपका नाम भी बदल दिया था “#डेनिस_वाले_हरदा” ऐसा नाम सुनकर हजारों नहीं लाखों महिलाओं के सपने को हमने नहीं,आप ने बर्बाद किया।
आपको महिलाओ और बच्चो की चिंता कभी भी नही रही,आपने अपने मुख्यमंत्रित्व काल मे प्रदेश के हर शहर, गाँव, गली, चौराहों पर शराब के ठेके व बार खुलवाए और अपने चहेतो को पैसा कमवाया और प्रदेश का भविष्य बर्बाद कर दिया।
दाज्यू आपका राज्य प्रेम तब कहाँ चला जाता है जब आप कुर्सी में होते हो क्योंकि आज आप भू कानून की भी बात कर रहे हैं लेकिन आप ये भूल गए कि आपने अपने कार्यकाल में प्रदेश की करोड़ो की जमीन कौड़ियों के भाव भू माफियाओं को दे दी थी ।
आपने जब आंख बंदकर चाहे जितना कमा लो मेरी सरकार बचा दो का ऑफर दिया तब आपका राज्य प्रेम कहाँ चला गया था इतना ही नही सरकार बचाने को आपने टॉप अप भी घोषित कर दिए थे तब आपको राज्य की चिंता क्यों नही हुई होगी ।
दाज्यू सारा राज्य जानता है कि आप सिर्फ फेसबुक में नौटंकी कर सकते हो सच्चाई यही कि आप कुर्सी मिलते ही तानाशाही अपनाकर राज्य को लुटाते हो इसलिए ये मातृ शक्ति की बातें और राज्य चिंता की बातें आपके मुख से बिल्कुल शोभा नही देती क्योंकि जब राज्य आंदोलन चल रहा था तब आप उसी सरकार के सहयोगी थे जिन्होंने यहां की माताओं बहनों को किस तरह मौत का शिकार बनाया था वो पूरी दुनियां ने देखा । इसलिए दाज्यू जितना बोलोगे उतना इतिहास खुलेगा जिन कारनामों को आप इस उम्र में भूल गए हो उसे आप बार बार याद दिलाने को मजबूर न करें तो अच्छा ही होगा क्योंकि बुढ़ापे में व्यक्ति का बचपन लौट आता है और आपका बुढापा खराब करना हम बिल्कुल नही चाहते क्योंकि मुझे आपके स्वास्थ्य की बहुत चिंता है तथा जनता की चिंता हमारी #धामी_सरकार पूर्ण मनोयोग से कर रही है आपको सोचना ही नही पड़ेगा क्योंकि आपसे कहीं अधिक चिंतित और विकसित मानसिकता के साथ हमारे #मुख्यमंत्री राज्य के विकास में लगे हैं ।
और हां मैं आपको आश्वस्त करती हूं कि हमने आपकी तरह एक व्यक्ति विशेष को शराब का कार्य देने का काम नही किया है बल्कि बच्चो एवं गर्भवती महिलाओं के उत्तम स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के दिशा- निर्देशो के क्रम में उच्च गुणवत्ता युक्त #THR वितरण इस प्रकार से करवाने की योजना बनाई है जिससे राज्य के अधिक से अधिक स्वंय सहायता समूह भी लाभान्वित हो सके।
#इसलिए_दाजू अब आप बोलो मत बस आराम ही सही रहेगा लड़ाई लड़ने के लिए तो आपके पास आपकी पार्टी में ही कई तैयार है
*यद्यपि लोकतांत्रिक,जनतांत्रिक, संसदीय जीवन में आपके आगे मेरा अनुभव कम है फिर भी मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि मुख्यमंत्री के लिए स्वयं का चेहरा घोषित करवाने के लिए शायद ही आज तक किसी राजनेता ने इतना संघर्ष किया हो और इतनी तड़पन मुख्यमंत्री पद पाने को हुई हो इसलिए दाज्यू अब उम्र भी बहुत हो गई है ऊपर वाले ने आपको कई पद दे भी दिए अब लालसा समाप्त कर आराम करें। क्योंकि उम्र के इस पड़ाव में आपके रहते हुए कांग्रेस भी पूर्ण समाप्ति की घोषणा कर देगी तो हमें खुशी होगी।
और एक बात आपने कही है कि यह 2022 का चुनाव आपका आखिरी चुनाव होगा लेकिन आपका 2022 का नही 2017 का चुनाव ही आखिरी चुनाव था, जब जनता ने आपको पूर्ण रूप से आराम करने के लिए #सेवानिवृत्त कर दिया था।
बहरहाल, उत्तराखंड की राजनीति में वार-पलटवार का दौर मानसून सीजन में सियासत खूब गरमा रहा है। अब देखना यह होगा कि इन सियासतों से आम जन को मिल रहे चटखारों के स्वाद के बीच किसकी किरकिरी होती है और किस पार्टी को इसका सियासी फायदा पहुंचता है!