पहलगाम हमले को लेकर केंद्र ने माना सुरक्षा में चूक हुई, कांग्रेस समेत विपक्षी नेताओं ने किया सरकार का समर्थन, राहुल गांधी आज जाएंगे श्रीनगर
मुख्यधारा डेस्क
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में केंद्र सरकार ने माना है कि सुरक्षा में चूक हुई है। इसके बावजूद कांग्रेस में तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने केंद्र सरकार के साथ इस मुश्किल घड़ी में खड़े होने का अपना समर्थन भी दिया है।
वहीं दूसरी ओर पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। हालांकि, इसी बीच गुरुवार देर रात केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। जिसमें सभी दलों के नेता शामिल हुए। आईबी, गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने घटना के बारे में जानकारी दी, घटना कैसे हुई और कहां चूक हुई।
इस दौरान सभी दलों ने सरकार को अपना पूर्ण समर्थन दिया। और कहा कि सभी विपक्षी दल सरकार की कार्रवाई के साथ खड़े हैं। साथ ही विपक्ष ने आतंकवाद के खिलाफ केंद्र के हर फैसले का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई।
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बैठक में केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, भाजपा नेता किरेन रिजिजू, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) राहुल गांधी और अन्य प्रमुख नेता शामिल हुए। बैठक में शामिल हुए रिजिजू ने कहा कि केंद्र ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति पर जोर दिया और इस संबंध में सख्त कार्रवाई करने की मंशा जताई। रिजिजू ने कहा कि शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम में हुई घटना के बारे में बात की और घटना के बाद सीसीएस की बैठक में सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों को साझा किया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सरकार के जीरो टॉलरेंस के रुख के बारे में भी बात की।
कहा गया कि यह घटना बहुत दुखद थी और सरकार ने आगे और भी सख्त कार्रवाई करने की मंशा जताई है। रिजिजू ने कहा कि पिछले कई सालों से कश्मीर के लोग अपना कारोबार कर रहे थे, पर्यटक आ रहे थे और सब कुछ ठीक चल रहा था। इस घटना ने उस शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ दिया है और सभी ने इस पर अपनी चिंता व्यक्त की है। सभी राजनीतिक दलों ने अपने विचार साझा किए और इस बात पर आम सहमति बनी कि देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर में बोलना चाहिए।
खड़गे, राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेताओं ने कहा- हम केंद्र सरकार के साथ
केंद्र द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमने इस कृत्य की एकमत से निंदा की है। विपक्ष ने सरकार को कोई भी कार्रवाई करने के लिए अपना पूरा समर्थन दिया है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सभी ने आतंकी हमले की निंदा की। हमने कश्मीर में शांति लाने के लिए अपनी चिंता जताई और कहा कि हम सभी को इसके लिए प्रयास करने की जरूरत है। हालांकि, बैठक में भाग लेने के बाद खड़गे ने तीन स्तरीय सुरक्षा के बावजूद सुरक्षा चूक पर सवाल उठाया। हालांकि बिहार में रैली के चलते इसमें पीएम मोदी शामिल नहीं हुए, वहीं जेडीयू की तरफ से भी काेई नही पहुंचा। इस बैठक में संसद के दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व राहुल गांधी पहुंचे। गौरतलब है कि राहुल गांधी इस हमले और सीडब्ल्यूसी के चलते अपना अमेरिका दौरा बीच में छोड़ कर दिल्ली पहुंचे।
वहीं एआईएमआईएम चीफ व लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवेसी भी हैदराबाद से दिल्ली पहुंचे। उन्होंने मीडिया को बताया कि गृह मंत्री ने उन्हें निजी तौर पर फोन कर मीटिंग में जरूर आने की बात कही थी। उनके अलावा, एनसीपी-एससी की सुप्रिया सुले, एसपी के रामगोपाल यादव, आरजेडी से मीसा भारती, डीएमके से तिरुचि शिवा मौजूद थे। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद रायबरेली के सांसद राहुल गांधी आज शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर का दौरा करेंगे।
बता दें, अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर गए राहुल गांधी ने अपनी यात्रा बीच में ही समाप्त कर दी और गुरुवार सुबह जल्दी ही नई दिल्ली लौट आए। राहुल गांधी अनंतनाग में हमले में घायल हुए लोगों से मिलेंगे।
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भारत सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए शुरू की तैयारियां
भारत सरकार के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव देबाशीष मुखर्जी ने पाकिस्तान को पत्र भेजकर सूचित किया है कि 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। भारत ने गुरुवार दोपहर आईएनएस सूरत युद्धपोत से मिसाइल की टेस्टिंग की। टेस्टिंग सफल रही। सतह से समुद्र पर हमला करने का सफल परीक्षण किया गया। वायुसेना युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। इसे आक्रमण नाम दिया गया है। इसमें अंबाला (हरियाणा) और हाशीमारा (पश्चिम बंगाल) की दो राफेल स्क्वॉड्रन हिस्सा लेंगी। विदेश मंत्रालय ने जर्मनी, जापान समेत कई देशों के राजदूतों को बुलाया। बैठक में पहलगाम हमले की जानकारी दी। रूसी मीडिया रशिया टुडे ने मौजूदा हालातों को देखते हुए दावा किया है कि भारत कुछ बड़ा करने वाला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें पहलगाम हमले की जानकारी दी। भारत सरकार के अटारी बॉर्डर बंद करने के ऐलान के बाद वीजा लेकर भारत आए पाकिस्तानी नागरिक पंजाब के अटारी चेक पोस्ट से वापस लौटना शुरू गए। केंद्र सरकार ने पाकिस्तान सरकार के एक्स हैंडल को भारत में बैन कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करके अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर न जाने की सलाह दी है। श्रीनगर के दुकानदारों ने पहलगाम हमले के विरोध में काले झंडे लगाए।
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