देहरादून। अक्षय तृतीया पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद चार धाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। इस बार धामी सरकार के चार धाम(chardham) में हर दिन यात्रियों की संख्या निर्धारित करने को लेकर कई जगह विरोध किया जा रहा था। विरोध के बाद सीएम धामी ने अपने फैसले को वापस ले लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि चारों धामों(chardham) में दर्शन करने के लिए यात्रियों की संख्या का कोई निर्धारण नहीं किया गया है। जो भी यात्री आना चाहें, आकर धामों के दर्शन कर सकते हैं। यात्रियों की भीड़ बढ़ने पर ही संख्या निर्धारण पर विचार किया जाएगा।
बता दें कि चारधाम(chardham) यात्रा शुरू होने से पहले शासन ने आदेश जारी कर चारों धामों में प्रतिदिन दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या तय कर दी थी। यमुनोत्री धाम में 4 हजार, गंगोत्री में 7 हजार, केदारनाथ में 12 हजार तथा बदरीनाथ में 15 हजार की संख्या तय की गई थी।
शासन के इस आदेश का पंडे-तीर्थ पुजारियों के अलावा रोटेशन से जुड़े टैक्सी-बस से जुड़े कारोबारियों, होटल, होम स्टे मालिकों व व्यापारियों ने कड़ा विरोध किया था। उसके बाद आप उत्तराखंड सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है। जिससे तीर्थ यात्रियों को राहत मिली है।