छात्र-छात्राओं को “ड्रग फ्री देवभूमि (Drug Free Devbhoomi)” बनाने को महाविद्यालय अगस्त्यमुनि ने छात्र-छात्राओं को दिलाई शपथ
अगस्त्यमुनि/मुख्यधारा
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि, रुद्रप्रयाग में “ड्रग फ्री देवभूमि” के अन्तर्गत 2 जून 2023 को प्राचार्य प्रो० पुष्पा नेगी के निर्देशन में नोडल अधिकारी एवं विभिन्न संकायों के संयोजकों द्वारा छात्र-छात्राओं को नशा उन्मूलन की शपथ दिलाई गई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ चढ़कर भाग लेते हुए निम्न शपथ ली।
मैं शपथ लेता/लेती हूं कि मैं अपनें जीवनकाल में कभी भी/किसी भी प्रकार का कोई नशा/मादक द्रव्यों का सेवन का नहीं करूंगा/करूंगी, जबकि मेरे समक्ष अथवा मेरे चारों ओर मुझे नशा अथवा मादक पदार्थों के सेवन के लिए प्रलोभित/प्रेरित किया जा रहा हो, तो भी मैं पूरी कोशिश करुंगी/करुंगा कि मैं, उससे मुक्त रहूं।
यह भी पढें : दुखद: मुख्यमंत्री धामी की सुरक्षा में तैनात गार्ड (Guard) ने गोली मारकर की आत्महत्या
“मैं अपने परिवार/समाज/गांव/मोहल्ले अथवा कार्यक्षेत्र के सीधे संपर्क में आनें वाले लोगों को, खासकर युवाओं को, जो किसी कारणवश पूर्ण अथवा आंशिक रूप से नशे के आदि हो चुके हों, को नशे से दूर रहने के लिए पूरे मनोयोग से प्रयत्न करुंगी/करुंगा।”
इसके बाद नोडल अधिकारी एवं संयोजकों द्वारा छात्र-छात्राओं को संम्बोधित करते हुए कहा गया कि नशा जीवन के लिए अभिशाप बनता जा रहा है। जीवन युवाओं के जीवन में जहर घोल रहा है। यही नहीं छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि नशे से कई टूट चुके हैं तथा कई परिवार टूटने के कगार पर हैं। ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि समाज में जागरूकता लाकर बर्बाद हो रहे परिवारों को बचाया जा सके और इसके लिए जन-जागरूकता ही सबसे बड़ा उपाय है।
इसके लिए जहां सरकार द्वारा “ड्रग फ्री देवभूमि” के तहत विभिन्न महाविद्यालयों नशा उन्मूलन कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, वहीं सामाजिक संगठन और कार्यकर्ता, व्यापार संघों, पत्रकारों, कानूनविदों, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से महाविद्यालय भी अपने स्तर नशे के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। इसलिए सभी जनसमुदाय का कर्तव्य है कि नशे के खिलाफ आगे आकर एक जनआंदोलन चलाया जाये, जिससे समाज नशे से मुक्त हो सके।