देहरादून/मुख्यधारा
कर्नल अजय कोठियाल (Colonel Ajay Kothiyal) का नाम भला कौन नहीं जानता होगा। इसी लोकप्रियता के बीच उन्हें दिल्ली से मेरठ जाते हुए अचानक एक चुंबकीय शक्ति ने घेर लिया। इस पर वे कुछ नहीं कर पाए और उसी शक्ति के अनुसार चलते रहे।
जी हां! आप सही पढ़ रहे हैं, यहां उन्हीं कर्नल कोठियाल (Colonel Ajay Kothiyal) की बात की जा रही है, जिन्होंने केदारनाथ आपदा के बाद वहां बेहतरीन जीर्णोद्धार करवाकर देश-दुनिया के सामने अपनी जीवटता का लोहा मनवाया था। यह पढ़कर आप शायद चौंक गए होंगे कि ऐसे साहसी कर्नल को भला किसी शक्ति ने कैसे घेर लिया।
चलिए बताते हैं कर्नल कोठियाल कैसे आए चुंबकीय शक्ति की गिरफ्त में, पढें उन्हीं के शब्दों में:-
दरअसल उन्होंने अपने साथ घटित एक वाकये को इन बेहतरीन शब्दों में बयां किया है। कर्नल अजय कोठियाल (Colonel Ajay Kothiyal) कहते हैं कि आज देहरादून से दिल्ली जाते हुए, मेरठ के पास, द हाई वे किचन रेस्टोरेंट में हम खाना खाने रुके। अंदर बैठे ही थे कि बहुत ही सकून वाला मजा आ गया….!
वहां सबसे पहले रेस्टोरेंट का इंचार्ज आया… और कहने लगा- सर मेरा नाम सुमित बौंठियाल है और लैंसडाउन का रहने वाला हूं। फिर एक के बाद एक रेस्टोरेंट में कार्यरत बारी-बारी से सभी कर्मचारी आने लगे। किसी ने कहा मैं नागनाथ पोखरी यूथ फाउंडेशन कैंप में ट्रेनिंग कर चुका हूं। किसी ने कहा मेरा भाई आपके कैंप से ट्रेनिंग लेकर इंडियन आर्मी में नौकरी कर रहा है। किसी ने कहा मेरे पिताजी आपकी पलटन से हैं। कोई बोला मेरा भाई अग्निवीर भर्ती ट्रेनिंग के लिए आपके कैंप में जा रहा है। किसी ने कहा मैं यहां का शेफ हूं और आज आपके लिए हर खाना मेरी च्वाइस का बनेगा। सब हमारी देख भाल करने के लिए हमारी टेबल के आस पास भावनात्मक रूप से घूम रहे थे।
कर्नल कोठियाल (Colonel Ajay Kothiyal) बताते हैं कि जब मैंने बोलने की कोशिश करी कि हमारी वजह से तुम्हारा काम डिस्टर्ब हो रहा होगा तो तकरीबन एक साथ सभी ने हमको बोला कि आज हमारे लिए बड़ा दिन है… हमारे उत्तराखण्ड के हमारे भाई साहब, “Colonel Ajay Kothiyal Sir” हमारे स्थान में आ रखे हैं, इससे बड़ा दिन हमारे लिए क्या हो सकता है! इन क्षणों को शब्दों में बयां करना नामुमकिन है।
कर्नल कोठियाल बताते हैं कि हम जब खाने का बिल देने गए और हमने बिल देने में पूरा जोर लगा दिया, लेकिन इन्होंने हमें बिल देने से ये कहते हुए इंकार कर दिया कि आज की पेमेंट हम सब मिल कर करेंगें… फिर सभी ने हमारे पांव छूकर आशीर्वाद लिया और हमको दुवाएं भी दीं।
वाकई में उत्तराखण्ड के युवाओ की चुम्बकीय शक्ति बहुत ही स्ट्रॉंग और सबसे अलग है। आज तो वाकई में हमारा दिन बन गया… उत्तराखंड की युवा शक्ति को शत शत नमन!
उपरोक्त तस्वीर में कर्नल अजय कोठियाल के साथ सुमित बौंठियाल (मेनेजर), उपेन्द्र भंडारी (सू सेफ), मुकेश नेगी (सेफ), सर्विस स्टाफ-सागर, मनीष, कृष्णा, सुभाष जोशी, प्रमोद,नेगी (सेफ) व नवीन शामिल हैं।
कर्नल कोठियाल (Colonel Ajay Kothiyal) मुख्यधारा को बताते हैं कि वाकई उत्तराखंड की गजब की चुंबकीय शक्ति है। इन पलों को शब्दों में बयां करना नामुमकिन है। हमें अपने उत्तराखंडी युवाओं को और सक्षम बनाने की जरूरत है, ताकि प्रदेश का आम जनमानस आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो सके।
- यदि आपके साथ भी इस तरह की कोई स्मृतियां जुड़ी हैं तो आप मुख्यधारा के व्हाट्सएप 94583 88052 पर या ईमेल [email protected] पर सेंड कर सकते हैं।