संसद में भी हंगामा: दिल्ली में कांग्रेस ने किया ब्लैक प्रोटेस्ट, सोनिया गांधी और खड़गे ने काले कपड़े पहन कर किया विरोध
मुख्यधारा डेस्क
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद किए जाने के बाद आज राजधानी दिल्ली में कांग्रेस ने काले कपड़े (ब्लैक प्रोटेस्ट) पहन कर अलग अंदाज में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन में विपक्ष एकजुट नजर आया। इसमें 17 विपक्षी दल शामिल हुए। सोनिया गांधी भी काले कपड़े पहनकर संसद पहुंची।
उधर, लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने भारी हंगामा किया। एक सांसद तो लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के आसन तक पहुंच गया और काला कपड़ा लहराने लगा। यह देख स्पीकर सभा को स्थगित कर चले गए।
खड़गे ने कहा, ‘हम काले कपड़ों में क्यों आए हैं? हम दिखाना चाहते हैं कि पीएम मोदी इस देश में लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। पहले उन्होंने स्वायत्त संस्थाओं को खत्म किया, इसके बाद जहां-जहां जिसने चुनाव जीता, उसे डरा-धमकाकर पीएम ने अपनी सरकार बनवाई। जो लोग उनके आगे नहीं झुके, उन्हें झुकाने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया।
नेता विपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार सुबह 10 बजे विपक्षी दलों की बैठक बुलाई। इसमें सदस्यता रद किए जाने का विरोध करते हुए विपक्षी पार्टियों सांसद काले कपड़ों में पहुंचे। इस बैठक में टीएमसी और आप के सांसद भी मौजूद रहे।
बैठक में डीएमके, सपा, जदयू, बीआरएस, माकपा, राजद, एनसीपी, सीपीआई, टीएमसी, आप, शिवसेना समेत कई पार्टियां शामिल हुईं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर हमला बोला।
उन्होंने कहा, भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर रही है। नरेंद्र मोदी लोकतंत्र नहीं चाहते, इसलिए हम विरोध कर रहे हैं। हमारी संयुक्त संसदीय समिति की मांग भी नहीं मानी जा रही। हम चाहते हैं कि सत्य बाहर आए।
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उन्होंने कहा, अगर प्रधानमंत्री मोदी पास ऐसा कोई जादू है कि 2.5 साल में 12 लाख करोड़ बन सकते हैं, वह हम देश के लोगों को बताएं। हम जनता, लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं। जो लोग इस मुहिम का समर्थन कर रहे हैं उनका धन्यवाद करता हूं। बता दें कि रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राजघाट पर राहुल गांधी के संसद से डिस्क्वालिफिकेशन पर पार्टी के नेताओं के साथ सत्याग्रह किया। जिसमें प्रियंका गांधी वाड्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केसी वेणु गोपाल, कांग्रेस के पूर्व सांसद और 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर भी शामिल हुए।