मुख्यधारा/देहरादून
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रो0 गौरव बल्लभ ने कांग्रेस भवन में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि भाजपा सरकार ने विकास की गति को ठप कर दिया है। यही नहीं कांग्रेस पार्टी द्वारा शुरू की गई योजनाओं को बंद करने का काम किया है।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि पांच सौ की लागत से सफर करने के लिए एक हजार का टोल टैक्स देना होगा, क्या इसे ही डबल इंजन कहते हैं? उन्होंने कहा कि मेरा गांव मेर मेरी सड़क योजना के तहत मुख्यमंत्री अपने गांव में सड़क का निर्माण नहीं करा सके तो अन्य गांवोंं का क्या हाल होगा, समझा जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एयर एंबुलेंस सिर्फ हवा में ही घूम रही है।
राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि मेरा गांव मेरी सड़क योजना कांग्रेस सरकार ने प्रारंभ की और इसके अंतर्गत हमने प्रथम वर्ष में प्रत्येक ब्लॉक में चार सड़कें चयनित कर उनका निर्माण किया। सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा सरकार ने इस योजना को हाशिये पर रख दिया। परिणामस्वरूप जो गांव की कनेक्टिविटी कांग्रेस के समय में बहुत तेजी से बढ़ रही थी, उसमें ठहराव आ गया।
उन्होंने कहा कि देहरादून स्मार्ट सिटी का हाल देख सकते हैं, यदि स्मार्ट सिटी है तो बाकी प्रदेश का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। देहरादून की गड्ढा युक्त सड़कें राजधानी की साख पर बट्टा लगा रही है। स्थिति यह है कि आईएसबीटी हो या दून रेलवे स्टेशन, यहां वाहनों से उतरते ही लोगों का सामना गड्ढों से हो रहा है। यहां से शहर और पर्यटन स्थलों तक जाने वाली सड़कों की हालत दयनीय बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक हर रोज इन सड़कों से गुजरते हैं, लेकिन किसी का भी ध्यान इन गड्डों की ओर नहीं जाता। दून की सड़कें न केवल स्थानीय, बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी जख्म दे रही हैं। आईएसबीटी पर पर्यटकों का सामना सबसे पहले गड्ढों भरी सड़क से होता है।
सांसद शक्ति सिंह ने कहा कि हवा हवाई सेवा के नाम पर दूरस्थ इलाकों के लोगों को सपना दिखाया गया था। नैनी-सैनी, पिथौरागढ़, गौचर, अगस्त्यमुनि हो या पंतनगर कहीं भी हवाई सेवा व्यवस्थित नहीं है। लोगों को केवल सपना दिखाया गया है धरातल पर हालत शून्य हैं।
कांग्रेस ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि उत्तराखंड में कनेक्टिविटी एक गंभीर समस्या है तो तथाकथित धुआं छोटू सरकार का इससे कोई सरोकार क्यों नहीं? जब राजधानी की सड़कों पर 4-4 फिट के गड्ढे हैं तो और जगहों का क्या हाल होगा? मुख्यमंत्री जी आप अपने गांव को भी क्यों नहीं जोड़ पाए? जब उत्तराखंड सरकार खुद अपनी एयर एंबुलेंस संचालित कर सकती है तो एयर एंबुलेंस/ हवाई सेवा व्यवस्थित क्यों नहीं?
पत्रकार वार्ता के दौरान राजीव महर्षि, मथुरा दत्त जोशी, गरिमा महरा दसौनी, प्रतिमा सिंह आदि मौजूद रहे।