देहरादून/मुख्यधारा
शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद मिलावटखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। खाद्य पदार्थों के साथ ही अब मिलावटखोर स्वास्थ्य से जुड़ी ईमरजेंसी सेवाओं दवाईयों में भी मोटा खेल खेलकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस को ऐसे ही एक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस के हत्थे नकली दवाओं (counterfeit drugs) का कारोबार चलाने वाले पांच लोग चढ़ गए। जिनके कब्जे से 15 लाख की दवाईयों सहित एक करोड़ रुपए का कच्चा माल बरामद किया गया है।
उत्तराखंड पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार नकली दवाइयों (counterfeit drugs) के नेटवर्क को उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ ने आज ध्वस्त कर दिया। इस दौरान पांच लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
बताया गया कि पुलिस टीमें बीते दो महीनों से फैक्ट्री चिन्हित करने का काम कर रही थीं। इसी कड़ी में पुलिस व एसटीएफ टीमों ने आज भगवानपुर, लक्सर व सहारनपुर में छापेमारी अभियान चलाया। जहां से 15 लाख की दवाइयां बरामद की गई हैं। इसके अलावा नकली दवाएं बनाने में प्रयोग किए जाने वाले एक करोड़ रुपए का कच्चा माल भी बरामद किया गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार नकली दवाओं (counterfeit drugs) से शरीर को बड़ा नुकसान पहुंचता है। यही नहीं इन दवाओं के उपयोग से इंसान की जान भी जा सकती है।
बहरहाल, उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ केे संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है।
प्रदेश का आम जनमानस उम्मीद करता है कि पुलिस की पड़ताल में नकली दवाओं (counterfeit drugs) के धंधा चलाने वाले ऐसे कई और लोग भी पकड़ में आएंगे और इन्हें कड़ी सजा दिलाकर संदेश दिया जाएगा कि ऐसे धंधा चलाने वालों की असली जगह सलाखों के पीछे है।