- इगास (Igas) के मौके पर मुख्यमंत्री आवास में जीवन्त हुई लोक संस्कृति
- मुख्यमंत्री ने भैलो पूजन कर तथा भेलो खेलकर की कार्यक्रम की शुरूआत
- लोकगीत व लोकनृत्य की लोक कलाकरो ने दी शानदार प्रस्तुति। लोक नृत्य में लोक कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री भी हुए शामिल
- मुख्यमंत्री ने सभी को दी इगास की बधाई, अपनी लोक परम्पराओं एवं लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने का किया आह्वान
- इगास पर्व के आयोजन की मुख्यमंत्री की पहल को सराहा गया प्रदेश भर में
- प्रदेश में सभी संगठनों संस्थाओं के साथ आम जनता ने इगास पर्व के आयोजन में निभानी भागीदारी
देहरादून/मुख्यधारा
लोकपर्वों को मनाने का अपना अलग आनंद है और पहाड़ की संस्कृति में रचा-बसा इगास(Igas) तो हमेशा से देवभूमि में मनाया जाता रहा है। अलबत्ता, इस बार इगास और बूढ़ी दीपावली को लेकर पूरे राज्य में अलग ही उत्साह और उमंग देखने को मिली।
दरअसल, इगास का त्योहार सामान्य रूप से प्रत्येक वर्ष ही पर्वतीय जिलों में धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन इस बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आह्वान के बाद न केवल इस त्योहार को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है, बल्कि देहरादून जहां कम संख्या में लोग इगास मनाते थे वहां भी इस बार इगास को लेकर जबरदस्त उत्साह दिख रहा है।
देहरादून में कई स्थानों पर सामूहिक रूप से इगास मनाया गया तो लोगों ने अपने घरों में दीवाली की तरह ही दीयों की रोशनी की और पारंपरिक दाल की पकौड़ी आदि व्यंजन बनाए। दीगर है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बार इगास पर पहले ही अवकाश की घोषणा कर दी थी। यह भी एक अहम वजह रही कि बड़ी संख्या में लोगों में इस लोक पर्व को लेकर उत्साह बना रहा। यहां तक कि सीएम के आह्वान के बाद बड़ी संख्या में प्रवासी अपने गांव में खास इगास(Igas) मनाने के लिए पहुँचे हैं। वहीं, दीवाली की तरह ही विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यक्तिगत लोगों ने उपहार की तर्ज पर एक दूसरे को समौन भेंट की।
मुख्यमंत्री की ही मुहिम का नतीजा रहा कि आज देशभर से प्रदेशवासियों को इगास की शुभकामनाएं मिल रही हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंडियों को इगास की शुभकामनाएं दी हैं।
लोकगीत व लोकनृत्य की लोक कलाकरों ने दी शानदार प्रस्तुति। लोक नृत्य में लोक कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री भी हुए शामिल
इगास(Igas) पर्व पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर प्रदेश भर में सभी संस्थाओं एवं संगठनों के साथ आम जनता द्वारा इस पर्व में अपनी भागीदारी निभायी। इस दौरान प्रदेश में लोक संस्कृति एवं लोक परम्परा के इस पर्व पर उत्साह का माहौल दिखायी दिया।
इगास(Igas) के मौके पर मुख्यमंत्री आवास में भी लोकगीत लोकनृत्य एवं लोक संस्कृति के साथ लोक परम्पराओं के जीवन्तता की झलक देखने को मिली। मुख्यमंत्री स्वयं भैलो पूजन कर, भेलो खेलने के साथ लोक कलाकारों के साथ लोक नृत्य में भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी को इगास की बधाई दी तथा सभी से अपनी लोक संस्कृति एवं लोक परम्पराओं को आगे बढ़ाने में सहयोगी बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण देश में सांस्कृतिक विरासत और गौरव की पुनर्स्थापना हो रही है। उसी तरह उत्तराखंडवासी अपने लोकपर्व इगास को आज बङे उत्साह से मना रहे हैं।
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले से आजादी के अमृत काल में पंच प्रण के संकल्पों के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया था। जिनमें से एक संकल्प यह है कि हम अपनी विरासत और संस्कृति पर गर्व करें। इगास पर्व का आयोजन उत्तराखंडी लोक संस्कृति से नयी पीढ़ी के जुड़ाव को और प्रगाढ़ बनाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखण्डवासियों से भी अनुरोध किया कि वे भी अपने लोक पर्व को अपने गांव में मनाने का प्रयास करें तथा प्रदेश के विकास में सहभागी बने, सभी के सामुहिक प्रयासों से हम विकल्प रहित संकल्प के साथ उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्यों में शामिल करने में सफल होंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, प्रेमचन्द अग्रवाल, रेखा आर्या, सुबोध उनियाल, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, नरेश बंसल विधायक उमेश शर्मा काऊ, सविता कपूर, पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य उपस्थित थे।
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