ट्रेन में मिले पांच नन्हें-मुन्ने बच्चों को नहीं अपने घर का अता-पता
रुड़की। टे्रन में सवार पांच नन्हें बच्चों को अपने घर का अता-पता ही मालूम नहीं है। इस कारण उन्हें फिलहाल चाइल्ड वेलफेयर को सौंपा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पांच नन्हें बच्चे रुड़की क्षेत्र में उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के स्लीपर सेल में सफर कर रहे थे। इन बच्चों से जब सह यात्रियों ने पूछा कि उनको कहां जाना है और उनके घरवाले कहां हैं तो इस पर वे कोई जवाब नहीं दे पाए। यह देख अन्य यात्रियों ने इसकी जानकारी तत्काल रेलवे पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची रेलवे टीम द्वारा बच्चों को रुड़की जीआरपी को सौंप दिया गया है। बच्चों के घर, फोन नंबरों व किसी परिजनों का जब तक कोई अता-पता नहीं चल पाता तब तक फिलहाल जीआरपी ने बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर को सौंप दिया है।
चौकी प्रभारी अमित कुमार कहते हैं कि अभी बच्चों के परिजनों की जानकारी जुटाई जा रही है, तब तक उन्हें चाइल्ड वेलफेयर को सौंप दिया गया है। बच्चों द्वारा केवल यह जानकारी दी जा रही है कि वह आगरा के रहने वाले हैं।
बहरहाल, उम्मीद जताई जा है कि इन नन्हें-मुन्ने बच्चों के परिजनों का जल्द पता ढंूढ लिया जाएगा और ये बच्चे अपने-अपने घरों को वापस लौट अपनों से मिल सकेंगे।