- प्रशासन के ढुलमुल रवैये से नाराज प्रभावितबारिश से गांव के कई घरों में घुसा मलबा, अफरा तफरी का माहौल
संदीप भट्टकोटी/रुद्रप्रयाग,मुख्याधारा
आज तड़के जिला मुख्यालय के नजदीकी गाँव नरकोटा मे फिर से बादल फटने के बाद भारी तबाही मच गयी। एक भवन बुरी तरह मलबे में तब्दील हो गया जबकि कई अन्य भवनों में पानी घुस गया। वही ग्रामीणों मे अब दहशत का माहौल है। वहीं प्रभवित प्रशासन के रवैये से नाराज हैं, आरोप है कि गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
मौसम विभाग की बारिश की भारी चेतावनी के बाद रुद्रप्रयाग जनपद के अनेक हिस्सों में बारिश जारी है। बारिश के कारण नरकोटा गांव में भारी नुकसान हुआ है। यहां बारिश का पानी और मलबा कई आवासीय घरों में घुस गया। सुबह पांच बजे की घटना के बाद गांव में अफरा तफरी का माहौल बन गया और ग्रामीणों ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई।
गांव में बारिश का पानी और मलबे ने ग्रामीणों केशवानंद जोशी के घर को पूरी तरह चपेट में ले लिया। ऐसे मे मकान के अंदर सोये लोगो ने किसी तरह भाग कर जान बचाई। ग्रामीणों ने अपने घर खाली कर दिए और सुरक्षित स्थानों पर शरण ले ली। वही सुबह होने पर ग्रामीणों ने घटना की सूचना प्रशासन को दी। लेकिन प्रशासन की टीम भी लगभग चार घण्टे बाद मौके पर पहुंची । उसमे भी कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नही आया।
बारिश से ग्रामीणों चक्रधर जोशी, पुष्पानंद जोशी, भगवती प्रसाद सिलोडी के मकान, गौशाला एवम खेतों को नुकसान पहुँचा है। इसलिए प्रशासन से नाराज रुद्रप्रयाग। नरकोटा गाँव के सैंण तोक जहाँ आज बादल फटा , तीन सप्ताह पूर्व इसी तोके में बादल फटने से भरी नुकसान पहुँचा था।
ग्रामीणों बीरबल जोशी के मकान को भारी क्षति पहुंची थी, लेकिन ना तो मकान के ट्रीटमेंट के लिए पूरा पैसा मिला और ना ही सुरक्षा के कोई उपाय हुए। उनका आरोप है की डीएम और जिला पंचायत अध्यक्ष भी आये थे लेकिन इतिश्री कर चले गए, आज उनका परिवार हर रोज दहशत मे जी रहा है।
ऐसे ही पुष्पानंद और चक्रधर जोशी का कहना है की पांच से छः खेत तबाह हो गए और प्रशासन चार-चार सौ रुपये मुआवजा दे रहा है, जो की भद्दा मजाक है। विस्थापन ही विकल्प रुद्रप्रयाग। प्रभवितो प्रशासन से विस्थापन की मांग की है। कहा की नीचे से सुरंग निर्माण और ऊपर से मलबे का खतरा बना है, ऐसे मे विस्थापन ही विकल्प है। और तत्काल इसमें कार्यवाही होनी चाहिए। मौके और पहुँचे युकेडी नेता मोहित डिमरी ने भी विस्थापन की पुरजोर मांग की है, कहा की प्रशासन को मामले को गंभीरता से लेना चाहिए।
फिल्हाल टैंट मे गुजरेंगे रात रुद्रप्रयाग। प्रभवित ग्रामीण आज की घटना के बाद डरे हुए है, कहा फ़िलहाल टैंट मे ही रहेंगे। आपदा विभाग द्वारा टैंट दिए गए है, वही रात गुजारनी पड़ेगी। वही ग्राम प्रधान चंद्रमोहन ने कहा की जल्द जिलाधिकारी से मिलकर विस्थान या फिर सुरक्षा के प्रभावी कदम उठाने की मांग की जायेगी। साथ ही भवनों के ट्रीटमेंट और मलबा हटाने के लिए कहा जायेगा।
मुख्य संपर्क मार्ग धवस्त, ग्रामीणों जुटे ट्रीटमेंट में रुद्रप्रयाग। मलबे से गाँव का मुख्य संपर्क मार्ग भी ध्वस्त हो गया है। जिसे बाद आज गाँव के पूर्व प्रधान भगवती प्रसाद सिलोडी और ग्रामीणों पुरुषोत्तम जोशी ने श्रमदान कर मार्ग को काफी हद तक आवाजाही के लिए सुचारु किया।