मुख्यधारा न्यूज डेस्क
कुन्नूर हैलीकॉप्टर हादसे के बाद एकमात्र जीवित बचे कैप्टन वरुण सिंह को देश की लाखों दुआएं भी नहीं बचा सकी और आज उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। इसी के साथ देश ने अपना एक वीर जांबाज खो दिया है। इस दुःखद खबर से उनके लिए दुआएं कर रहे लाखों लोगों को गहरा आघात पहुंचा है।
बताते चलें कि बीते आठ दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में एमआई17वीआई हैलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 सैन्य कर्मियों की मौत हो गई थी। इस घटना में कैप्टन वरुण सिंह ही एकमात्र जीवित बचे थे और उनका वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल के चिकित्सकों की निगरानी में सघन उपचार चल रहा था। साथ ही देश के लाखों लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे, लेकिन आज वे जिंदगी की जंग हार गए और इसी के साथ हैलीकॉप्टर में सवार उन सभी लोगों की मौत हो गई।
कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रप्रयाग तहसील क्षेत्रांतर्गत खोरमा कन्हौली ग्राम के निवासी थे।
बताते चलें कि बीते आठ दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में एमआई17वीआई हैलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 सैन्य कर्मियों की मौत हो गई थी। इस घटना में कैप्टन वरुण सिंह ही एकमात्र जीवित बचे थे और उनका वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल के चिकित्सकों की निगरानी में सघन उपचार चल रहा था। साथ ही देश के लाखों लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे, लेकिन आज वे जिंदगी की जंग हार गए और इसी के साथ हैलीकॉप्टर में सवार उन सभी लोगों की मौत हो गई।
कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रप्रयाग तहसील क्षेत्रांतर्गत खोरमा कन्हौली ग्राम के निवासी थे।
बताते चलें कि कैप्टन वरुण सिंह के पिता कृष्ण प्रताप सिंह सेना मेें कर्नल पद से सेवानिवत्त हैं। वरुण के छोटे भाई तनुज नेवी में हैं।