इंडिया गठबंधन केंद्र (India Alliance Centre) में फिलहाल सरकार बनाने के मूड में नहीं, एनडीए के सहयोगी जेडीयू-टीडीपी पर रहेंगी निगाहें
मुख्यधारा डेस्क
इंडिया गठबंधन केंद्र में सरकार बनाने के मूड में नहीं है। केंद्र में बनने जा रही एनडीए की सरकार पर कांग्रेस इस बार आक्रामक मुद्रा में बनी रहना चाहती है। इसके अलावा मोदी सरकार को समर्थन दे रहे चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार पर भी इंडिया गठबंधन की नजरें बनी हुई हैं। बुधवार शाम को इंडिया गठबंधन की बैठक में स्पष्ट संदेश निकल कर आया कि हम सरकार बनाने की रेस में नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर यह बैठक डेढ़ घंटे चली, जिसमें 19 पार्टियों के 33 नेता शामिल हुए। खड़गे ने कहा कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करेगा जो भारत के संविधान में अटूट विश्वास रखते हैं।
लोकसभा चुनाव में इंडिया को 234 सीटें मिली हैं। हालांकि बहुमत का आंकड़ा 272 है। मीटिंग के बाद खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने मीटिंग में पास हुआ एक प्रस्ताव पढ़ा। खड़गे ने कहा, ‘लोगों ने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ जनादेश दिया है। इंडिया फासिस्ट ताकतों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी, हम उस वक्त सही समय पर सही कदम उठाएंगे, जब लगेगा कि भाजपा सरकार लोगों की इच्छा के अनुसार काम नहीं कर रही।
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मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 18वीं लोक सभा चुनाव का जनमत सीधे तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है। चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत नहीं देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफ संदेश दिया है। व्यक्तिगत रूप से मोदी जी के लिए यह ना सिर्फ राजनैतिक शिकस्त है, बल्कि नैतिक हार भी है। इंडिया गठबंधन भारत की आवाज है – और इस आवाज ने अपना निर्णय साफ-साफ सुना दिया है।
देश की जनता ने लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में अपना पूरा ज़ोर लगा दिया है, और इस संकल्प को हम पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़ाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के घर पर आयोजित इंडिया ब्लॉक की बैठक में गठबंधन में शामिल कई नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन, एनके प्रेमचंद्रन आप सांसद राघव चड्ढा, राजद नेता तेजस्वी यादव, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, सुप्रिया सुले, दीपांकर भट्टाचार्य और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन बैठक में हिस्सा लेने वाले नेताओं में शामिल थे। बैठक के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, हमने तय किया है कि यह जनादेश बढ़ते फासीवाद और संविधान को नष्ट करने वालों के खिलाफ है। सही समय पर हम लोगों की सरकार बदलने की इच्छा को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय महासचिव पीके कुन्हालीकुट्टी ने कहा कि उनके (भाजपा) पास पर्याप्त बहुमत नहीं है और इंडिया ब्लॉक उचित समय का इंतजार करेगा। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा- यूपी कांग्रेस के मेरे सभी साथियों को मेरा सलाम। मैंने आपको धूप और धूल में कड़ी मेहनत करते हुए देखा, आप झुके नहीं, आप रुके नहीं, कठिन से कठिन दौर में आपने लड़ने की हिम्मत दिखाई। आपको प्रताड़ित किया गया, आप पर फर्जी मुकदमे लगाए गए, जेल में डाला गया, बार-बार नजरबंद किया गया मगर आप डरे नहीं। कई नेता डर के चले गए, आप टिके रहे। मुझे गर्व है आप पर और यूपी की जागरूक जनता पर, जिसने इस देश की गहराई और सच्चाई को समझा और हमारे संविधान को बचाने का ठोस संदेश पूरे भारत को दिया। आपने आज की राजनीति में एक पुराना आदर्श फिर से स्थापित किया है- कि जनता के मुद्दे सर्वोपरि हैं, इनको नकारने की कीमत भारी होती है। चुनाव जनता का है, जनता ही लड़ती है, जनता ही जीतती है।