पेरिस ओलंपिक में अयोग्य करार दिए जाने के बाद भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया संन्यास, मां के नाम लिखा भावुक पोस्ट
मुख्यधारा डेस्क
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट का पेरिस ओलंपिक में ऐनमौके पर बाहर हो जाने के बाद जैसे पूरे देश में मायूसी छा गई है। राजनीतिक दलों के साथ कई सेलिब्रिटियों ने भी फोगाट के लिए ढांढस बंधाया और उनके शानदार खेल के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी।
वहीं दूसरी ओर भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ओलंपिक से अयोग्य करार दिए जाने पर सदमे में आ गई। उनके गृह राज्य हरियाणा में भी मायूसी छाई हुई है।
वहीं दूसरी ओर गुरुवार सुबह भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने बड़ा एलान कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट भी लिखा है। जिसके बाद उनके प्रशंसक गमगीन हो गए हैं। भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक में डिसक्वालिफाई होने के बाद कुश्ती से संन्यास का एलान कर दिया है। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।
विनेश ने संन्यास के एलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। लेकिन उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। उनके इस फैसले से पहले मेडल पर भी आज सुनवाई होनी है। ऐसे में भारत के लिए अब भी मेडल की आस बाकी है।
बता दें कि 7 अगस्त को विनेश का वजन उनकी तय कैटेगरी 50किलो से 100 ग्राम ज्यादा निकला। इसके बाद ओलिंपिक एसोसिएशन ने उन्हें फ्रीस्टाइल महिला कुश्ती के लिए अयोग्य घोषित कर दिया। ओलिंपिक से बाहर होने के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोच विजय दाहिया उनसे मिलने पहुंचे तो विनेश ने उनसे कहा- ‘किस्मत खराब थी कि हम मेडल से चूक गए, लेकिन यह खेल का हिस्सा है। वहीं हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने घोषणा की है कि राज्य सरकार विनेश को ओलिंपिक सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी की तरह ही सम्मान-इनाम देगी।
वर्ल्ड चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और एशियाई चैंम्पियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता, विनेश इतिहास की सबसे सफल भारतीय पहलवानों में से एक हैं, लेकिन ओलंपिक खेलों में अयोग्य घोषित होने के बाद उनका सपना टूट गया। प्रसिद्ध फोगाट बहनों में से एक विनेश ने रियो 2016 में महिलाओं की 48 किग्रा फ्रीस्टाइल श्रेणी में ओलंपिक में डेब्यू किया था, लेकिन घुटने में गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें क्वार्टर फाइनल मुकाबले से हटना पड़ा था। टोक्यो 2020 में महिलाओं के 53 किग्रा क्वार्टर फाइनल में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही विनेश को एक बार फिर क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। पेरिस ओलंपिक में भी उनका वजन ज्यादा निकला, इस कारण वह डिस्क्वालिफाई (अयोग्य) कर दी गईं।
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