भारत का शानदार प्रदर्शन: टीम इंडिया (team india) ने रचा इतिहास, केपटाउन में दो दिन में ही साउथ अफ्रीका को हराकर जीता टेस्ट
देहरादून/मुख्यधारा
केपटाउन में खेला गया टेस्ट मैच टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से हराकर जीत लिया है। टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में ऐसा सिर्फ 25वीं बार हुआ है। भारत के लिए यह सिर्फ तीसरा मौका है, जब उसकी भागीदारी वाले मैच का नतीजा दो दिन में आ गया।
इस मैच में टीम इंडिया ने धमाकेदार शुरुआत की है। मुकाबले में अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था।लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने साउथ अफ्रीका के इस फैसले को गलत साबित कर के दिखा दिया है।
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भारत ने जीत के साथ इस सीरीज को 1-1 से बराबरी पर खत्म किया। मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह ने मैच में कमाल की गेंदबाजी की। भारत के सामने जीत के लिए 79 रन का लक्ष्य था, जिसे टीम ने अपने आक्रामक खेल के दम पर आसानी से हासिल कर लिया।
भारत ने महज 2 दिन के अंदर मेजबान साउथ अफ्रीका को पस्त करते हुए दो मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल की। टॉस जीतकर डीन एल्गर ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। मोहम्मद सिराज ने महज 15 रन देकर 6 विकेट झटके और पूरी टीम 55 रन के स्कोर पर सिमट गई।
पहली पारी में टीम इंडिया के बल्लेबाजों का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा था। पूरी टीम मिलकर 153 रन ही बना सकी थी।
रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली के अलावा कोई बल्लेबाज खाता नहीं खोल पाया। दूसरी इनिंग में साउथ अफ्रीका पर जसप्रीत बुमराह कहर बनकर टूटे और 6 विकेट लेकर टीम के बड़े स्कोर की उम्मीद खत्म कर दी। एक छोर पर अनुभवी ओपनर एडेन मारक्रम डटे रहे और शानदार शतकीय पारी खेली। इस पारी के बाद भी साउथ अफ्रीका भारत के सामने महज 79 रन का लक्ष्य ही रखने में कामयाब हो पाया। उनके अलावा साउथ अफ्रीका के लिए कोई भी खिलाड़ी बड़ी पारी नहीं खेल सका।
दूसरी इनिंग में जसप्रीत बुमराह का जलवा देखने को मिला। बुमराह ने दूसरी पारी में कुल 6 विकेट झटके। उन्होंने ट्रिस्टन स्टब्स, डेविड बेडिंग्हम, काइल वेरेइन, मार्को जेनसन और केशव महाराज का विकेट चटकाया। बुमराह के अलावा मुकेश कुमार ने टॉनी डी जॉर्जी और डीन एल्गर को आउट किया। भारतीय टीम ने 30 साल में केपटाउन में पहला टेस्ट जीता है।
इससे पहले केपटाउन में कुल 6 मुकाबले हुए थे। जिसमें भारत ने 4 गंवाए थे और 2 ड्रॉ हुए थे। केपटाउन में भारत ने पहला टेस्ट 1993 में खेला था। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा था। इसके बाद 2011 में भी केपटाउन में हुआ तीसरा टेस्ट ड्रॉ हुआ था। इस मैदान पर भारतीय टीम ने पहली बार साउथ अफ्रीका को टेस्ट में धूल चटाया।
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