पत्रकार सेमवाल की गिरफ्तारी पर बैकफुट पर सरकार
पिछले दस दिनों से झूठे मुकदमें में जेल में बंद किए गए उत्तराखंड के पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल के मामले में सरकार बैकफुट पर आ गई है। सहसपुर के थानेदार पीडी भट्ट द्वारा जिस प्रकार झूठी धाराएं लगाकर पत्रकार सेमवाल को गिरफ्तार किया गया, उसके बाद उत्तराखंड के तमाम सामाजिक एवं पत्रकार संगठनों के हल्ला बोल कार्यक्रम के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री कार्यालय ने सेमवाल की गिरफ्तारी का संज्ञान लिया है।
मुख्यमंत्री के वरिष्ठ निजी सचिव हेमचंद्र भट्ट ने देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर शिव प्रसाद सेमवाल पर पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के संदर्भ में जवाब मांगा है। इस पत्र में सबसे गंभीर बात मुख्यमंत्री कार्यालय के दबाव में दुर्भाग्यपूर्ण रूप से की गई कार्यवाही की जानकारी मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने की बात कही गई है।
इस पत्र में पुलिस कप्तान को तत्काल जवाब मांगा गया है कि किन परिस्थितियों में ऐसा कदम उठाया गया और जिन लोगों ने सेमवाल की गिरफ्तारी को लेकर ऐसा दबाव बनाया, के बारे में पृथक से गोपनीय आख्या मांगी गई है। इसके साथ-साथ इस पूरे प्रकरण में एक निष्पक्ष जांच का भी आदेश दिया गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के इस आदेश के बाद तत्काल एक जांच बिठा दी गई है। डिप्टी एसपी मुख्यालय लोकजीत सिंह, सेमवाल की गिरफ्तारी की जांच करेंगे।