प्रदेश से बाहर फंसे लोगों की घर वापसी को पोर्टल लिंक के बाद अब इन नंबरों पर भी कर सकते हैं फोन
मुख्यधारा ब्यूरो
देहरादून। लॉकडाउन के चलते बाहरी राज्यों में फंसे हुए लोगों के लिए उत्तराखंड सरकार ने पोर्टल के लिंक के बाद आज 18 फोन नंबरों की एक लिस्ट जारी की है, ताकि जगह-जगह फंसे हुए लोगों की जानकारी एकत्र कर उन्हें उत्तराखंड लाया जा सके। आईएएस शैलेष बगौली व आईपीएस संजय गुंज्याल को इस महत्वपूर्ण अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मुख्यधारा में उत्तराखंड सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन के लिए जारी किए गए पोर्टल लिंक को बड़ी खबर : दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को लाया जाएगा उत्तराखंड। इस लिंक पर करें रजिस्ट्रेशन नामक शीर्षक से खबर में प्रकाशित किया गया था। ताज्जुब की बात यह रही कि गुरुवार पूरे दिन का अधिकांश समय मुख्यधारा टीम के लिए बड़ा सिरदर्द बना रहा। जगह-जगह से लोगों के फोन व मैसेज आते रहे कि उक्त लिंक नहीं खुल रहा है व ओटीपी नहीं आ रहा है।
सवाल यह है कि पोर्टल लिंक के बाद उत्तराखंड सरकार द्वारा 18 नंबरों की जो लिस्ट अब जारी की गई है, वह लोगों को उनके सवालों के जवाब दे पाएगी? कहीं ये नंबर भी उक्त लिंक की तरह इनवैलिड, नोट अवेयलेबल या नेटवर्क बिजी कहें तो लॉकडाउन में फंसे हुए लोगों के पास माथा पीटने के सिवाय और कोई चारा नहीं होगा। हालांकि इस समस्या को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड डिजास्टर रिलीफ फोर्स के अनुसार डबल सिम के बजाय सिंगल सिम वाले मोबाइल का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे फोन मिलने में आसानी रहेगी। बावजूद इसके एक साथ कई सारे फोन कॉल आ जाने के कारण नेटवर्क बिजी की समस्या से इनकार नहीं किया जा सकता है।
उत्तराखंड के लोगों की घर वापसी अभियान को सफल बनाने के लिए भेजे जाने वाले वाहनों एवं कार्मिकों के पास जारी करने की जिम्मेदारी गढ़वाल मंडल में पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून एवं महाप्रबंधक प्रशासन, उत्तराखंड परिवहन निगम देहरादून तथा कुमाऊं मंडल के लिए पुलिस अधीक्षक यातायात हल्द्वानी नैनीताल और नगर मजिस्ट्रेट हल्द्वानी नैनीताल को दी गई है। उक्त चारों अधिकारी नामित नोडल अधिकारी शहरी विकास व परिवहन उत्तराखंड शासन के सचिव शैलेष बगौली एव राज्य आपदा प्रतिवादन बल उत्तराखंड के महानिरीक्षक संजय गुंज्याल से समन्वय करते हुए अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करेंगे।
अब जो भी उत्तराखंडवासी अपने गृह क्षेत्र में आना चाहते हैं, उन्हें जारी नंबरों पर फोन करना होगा और किसी भी समस्या के समाधान के लिए फोन किया जा सकता है। इसके अलावा उन्हें पोर्टल के लिंक पर अपना रजिस्ट्रेशन करके पूर्ण विवरण भरना होगा। इस लिंक http://dsclservices.org.in/uttarakhand-migrant-registration.php पर सभी औपचारिक जानकारी दी गई हैं।
हो सकता है कि साइट सर्वर डाउन के चलते स्लो चले, इस पर धैर्य न खोइए और प्रयास करते रहिए। अन्यथा उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी नंबरों पर फोन घुमाइए और अपनी समस्या का समाधान पूछिए।
उत्तराखंड लाए जाने से पूर्व उन सभी लोगों का टेस्ट किया जाएगा और यदि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई तो ही उन्हें प्रदेश में लाया जा सकता है। यहां पहुंचने के बाद उन्हें 14 दिनों तक के लिए क्वारंटीन कर दिया जाएगा। उसके बाद ही उन्हें अपने घर जाने की अनुमति दी जाएगी।
बहरहाल, अब देखना यह होगा कि उक्त रजिस्ट्रेशन पोर्टल लिंक व फोन नंबरों की सूची फंसे हुए लोगों के लिए कितनी मददगार साबित होगी! उम्मीद की जानी चाहिए कि अगर किसी भी व्यक्ति को उक्त पोर्टल पर जिस्ट्रेशन करने से संबंधित कोई दिक्कत आ रही हो तो उक्त फोन नंबरों को रिसीव करने वाले उत्तराखंड के तेजतर्रार व चुस्त-दुरुस्त अधिकारी उनकी समस्या का समाधान करने में जरूर अलर्ट रहेंगे!
यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग : गढ़वाल में फंसे लोग अपने राज्यों को जाना चाहते हैं तो यहाँ करें फोन