हिमालय वेलनेस के फायटो-केमिस्ट्री और आयुर्वेद क्षमता और संभावनाएं पर आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए मंत्री गणेश जोशी (Ganesh Joshi) - Mukhyadhara

हिमालय वेलनेस के फायटो-केमिस्ट्री और आयुर्वेद क्षमता और संभावनाएं पर आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए मंत्री गणेश जोशी (Ganesh Joshi)

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हिमालय वेलनेस के फायटो-केमिस्ट्री और आयुर्वेद क्षमता और संभावनाएं पर आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए मंत्री गणेश जोशी (Ganesh Joshi)

देहरादून/मुख्यधारा

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शनिवार को आईएसबीटी स्थित हिमालय वेलनेश द्वारा फायटो-केमिस्ट्री और आयुर्वेद क्षमता और संभावनाएं पर आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रिबन काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने हर्बल गार्डन का अवलोकन किया। संगोष्ठी में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के कई वक्ताओं ने अपने विचार रखें।

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इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को नए साल की अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा आयुर्वेद हजारों वर्षों से चिकित्सा पद्धति रही है।

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उन्होंने कहा आज ऐसी अनेक बीमारियां है जो आयुर्वेद से ठीक हो रही है। उन्होंने कह आज आयुर्वेद का विश्व ने माना है। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि मानवता के इतिहास में सदियों से पेड़-पौधों का उपयोग दवा के रूप में इलाज के लिए किया जाता रहा है। विश्व भर की अलग-अलग सभ्यताओं में इसे अलग नाम से जाना जाता है, भारत में हम इसे आयुर्वेद कहते हैं। आयुर्वेद, पौधों पर आधारित भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धत्ति है, जिसका लाभ हम सदियों से उठा रहे हैं। ऋग्वेद में जहाँ 99 औषधीय पौधों के विषय में जानकारी मिलती है, वहीं यजुर्वेद में 82 तथा अथर्ववेद 288 औषधीय पौधों के विषय में बताया गया है, और किसी न किसी रूप में इसका लाभ उठा रहा है।

उन्होंने कहा हम सदियों से जानते हैं की हल्दी हमारे लिए कितनी लाभदायक है, परन्तु हम में से कितने लोग जानते हैं की हल्दी के किस रासायनिक गुण की वजह से वह इतनी उपयोगी है। अब समय आ गया है कि हम हमारे पारम्परिक ज्ञान तथा नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग कर आयुर्वेद को एक नया आयाम दें, जिससे आयुर्वेद की क्षमता और संभावनाएं को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा सेलाकुई स्थित सेंटर फॉर एरोमेटिक प्लांट्स में शोध के कई कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा खुशी व्यक्त करते हुए कहा एरोमेटिक प्लांट्स में शोध में उत्तराखंड पूरे भारत में अग्रणी राज्य है। उन्होंने कहा हमारे प्रदेश के इस सेंटर में सुगंधित पौधों पर ऐसी रिसर्च हो रही है, जो विश्व में कहीं नहीं हो रही है।

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उन्होंने हिमालया के चेयरमैन से आग्रह किया कि छात्र छात्राओं को मे एक बार सेंटर फॉर एरोमेटिक रिसर्च सेलाकुई भ्रमण कराया जाए। इससे छात्र छात्राओं को वहां की जा रही शोध के विषय में जानने का अवसर प्रदान होगा। मंत्री गणेश जोशी ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देश एवं प्रदेश हर क्षेत्र में सफलता के नए आयाम छू रहा है। केंद्र तथा प्रदेश सरकार सभी क्षेत्रों में शोध को बढ़ावा देने का हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा यह केवल हमारे वर्तमान के लिए ही नहीं बल्कि हमारे भविष्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजकों द्वारा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को हिमालया कम्पनी द्वारा रचित मिलेट्स पर आधारित पुस्तक भी भेंट की। इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभाग करने वाले विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र छात्राओं को पुरस्कार भी वितरित किया।

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इस अवसर पर चेयरमैन डॉ. एस फारुख, डॉ. हिम्मत सिंह, डॉ.आई.पी. सक्सेना, डॉ.अरुणिमा नायक, डॉ.अरुण के. त्रिपाठी, डॉ.कुलदीप राय, डॉ. आई.पी.पाण्डे सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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