नवरात्र के अवसर पर डा. विमला दीदी ने लिया देहदान का संकल्प
नीरज उत्तराखंडी
नव रात्रि के शुभ अवसर पर जब मां की शक्ति के स्वरूपों की अराधना की जा रही हो। ऐसे शुभ अवसर पर शक्ति की आराधना से प्रेरणा लेकर एक नारी शक्ति ने मानव कल्याण के लिए देहदान के अपने संकल्प को साकार करने की अनुकरणीय पहल शुरू की।
जी हां ऐसा ही संकल्प लिया डाक्टर विमला दीदी ने।
जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर के ग्राम कुणा बाबर तहसील ट्यूनी हाल निवासी अरविन्द मार्ग देहरादून ने दधीचि देहदान समिति के माध्यम से अपने माता पिता यशोदा देवी एवं मंगत राम की उपस्थिति में मानवता हित में नेत्रदान अंगदान और देहदान का संकल्प लिया है।
दधीचि सेवा परिवार ने उनका स्वागत एव अभिनंदन किया और उनके स्वस्थ जीवन और शतायु की कामना की।
बतातें चलें कि डॉ विमला ओ एन जी सी देहरादून में लीगल एडवाइजर के पद पर कार्यरत हैं और अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़ कर समाज के लिए कल्याणकारी कार्यो में अपना योगदान दे रहीं हैं। समाज में इनके योगदान के लिये ही हाल ही में इन्हें कुरुक्षेत्र के प्रतिष्ठित संस्थान द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है । इनके पिता मंगत राम वनविभाग के रेंजर अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।