लोहाघाट। यह सोचकर आप चौंक गए होंगे कि तमाम लाव लश्कर होने के बावजूद एक सिपाही को 220 किलोमीटर तक स्कूटी दौड़ाकर आखिर क्यों ले जानी पड़ी। तो आइए आपको भी कॉन्स्टेबल देवराज काम्बोज की इस कहानी से रूबरू करवाते हैं।
दरअसल चंपावत में तैनात उत्तराखंड पुलिस के जवान देशराज काम्बोज छुट्टी पर अपने गांव जा रखे थे। इस बीच लाॅकडाउन हो गया। लेकिन उन्हें अपनी ड्यूटी की चिंता सताए जा रही थी। वह चाहते तो वाहन न मिलने का हवाला देकर छुट्टी बढ़ा सकते थे, परन्तु उन्होंने अपने कर्तव्य को सर्वप्रथम रखा तथा देश में चल रही कोरोना जैसी गम्भीर समस्या के दौरान अपनी ड्यूटी को प्राथमिकता दी और गूलरभोज से सिपाही ने 220 किलोमीटर स्कूटी से सफर करके छुट्टी समाप्ति के एक दिन पहले ही लोहाघाट पहुंंचकर अपनी ड्यूटी ज्वाइन की। 200 किमी दूरी तय कर लोहाघाट पहुंचे।
बताते चलें कि अपने कार्य स्थल पर देवराज अपनी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते हैं। वर्तमान संकटकाल में सिपाही देवराज ने कर्तव्यनिष्ठा का जो सर्वश्रेष्ठ उदाहरण पेश किया, इससे काम से जी चुराने वाले कर्मचारियों को अवश्य प्रेरणा मिलेगी।
बहरहाल सिपाही देवराज कोरोना योद्धा के रूप में उत्तराखंड का रियल हीरो बन गया है। उनके इस जांबाजी की संपूर्ण प्रदेश में खूब सराहना हो रही है। पुलिस अधिकारी भी उनके इस काम के बाद खासे प्रभावित हैं और वह भी देशराज की खूब प्रशंसा कर रहे हैं।