Header banner

दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं को समय पर मिलेगी चिकित्सकीय देखभाल: Dr. R. Rajesh Kumar

admin
rastiya

दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं को समय पर मिलेगी चिकित्सकीय देखभाल: डा. आर. राजेश कुमार (Dr. R. Rajesh Kumar)

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन  के तहत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों के सप्लीमेंट्री बजट को लेकर अहम बैठक

देहरादून/मुख्यधारा

डॉ. आर. राजेश कुमार, सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की अध्यक्षता में विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रम हेतु सप्लीमेंट्री पी.आई.पी. (प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन प्लान) भारत सरकार को प्रस्ताव प्रेषित करने हेतु चर्चा की गई।

यह भी पढ़े : ब्रेकिंग: उत्तराखंड में IPS अधिकारियों के स्थानांतरण, देखें सूची

बैठक में डॉ. आर. राजेश कुमार द्वारा मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को प्रसव की संभावित तिथि से पूर्व बर्थ वेंटिग होम में राज्य के समस्त 13 जनपदों में स्थापित वन स्टॉप सेंटर एवं वर्किंग वुमेन हॉस्टल में रखे जाने हेतु प्रस्ताव भारत सरकार को प्रेषित किए जाने के निर्देश दिये गए। योजना के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकीय देखभाल समय पर प्राप्त होगी व प्रसव के पूर्व गर्भवती महिलाओं को सहूलियत होगी। यह कदम मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

यह भी पढ़े : रायपुर कांग्रेस अधिवेशन : Sonia ने भावुक स्पीच में राजनीति से संन्यास लेने के दिए संकेत

सचिव द्वारा राष्ट्रीय टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश में संचालित 17 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एम.एम.यू.) में पोर्टेबल डिजिटल एक्स-रे यूनिट स्थापित करने हेतु भारत सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किए जाने पर भी दिशा-निर्देश दिये गए। मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही है। टी.बी. रोग उन्मूलन लक्ष्यों की प्राप्ती हेतु दूरस्थ क्षेत्रों के निवासियों के लिए टी.बी. जांच की सुविधा और भी सुलभ हो जाएगी।

राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला चिकित्सालय देहरादून व उप जिला चिकित्सालय मसूरी में आई ओटी हेतु उपकरणों की खरीद हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया गया। जनपद टिहरी गढ़वाल व पिथौरागढ़ हेतु कार्यक्रम के अंतर्गत एक-एक सचल नेत्र चिकित्सा वाहन का संचालन प्रस्ताव प्रेषित किया गया। जिसमें सूदूर क्षेत्रों में सचल चिकित्सा वाहन के माध्यम से नेत्र परीक्षण कर उपचार प्रदान किया जाएगा।

यह भी पढ़े : Chardham yatra 2023: इस बार यात्रियों व वाहन चालकों को करना होगा इन नियम-कायदों का पालन, पढें परिवहन विभाग के दिशा-निर्देश

हीमोग्लोबिनोपैथी कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य में जनजातीय समुदाय में सिकल सेल स्क्रीनिंग प्रारंभ किए जाने हेतु भारत सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किया गया। जिसमें राज्य में जनजातीय समुदाय के लोग लाभन्वित होंगे तथा भविष्य में सिकल सेल उन्मूलन हेतु कार्य किया जा सकेगा। साथ ही जिला चिकित्सालय बागेश्वर व बेस चिकित्सालय हल्दवानी में स्थापित रक्तकोष के सुदृढ़ीकरण हेतु भारत सरकार से उपकरणों की मांग की गई।

बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, निदेशक एनएचएम डॉ. सरोज नैथानी, प्रभारी अधिकारी डॉ. पंकज कुमार सिंह, डॉ. अजय कुमार नगरकर, डॉ. अर्चना ओझा, डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर, डॉ. मुकेश रॉय, आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़े :पूर्व सीएम एवं महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल Bhagat Singh Koshyari से मुख्यमंत्री धामी ने की भेंट

Next Post

स्वच्छता जीवन का अभिन्न अंग : Anita Mamgai

स्वच्छता जीवन का अभिन्न अंग : अनिता ममगाई (Anita Mamgai) सीमा डेंटल कालेज ने निगम की स्वच्छता मुहिम में बढ़ाया सहयोग का हाथ पेंटिंग प्रतियोगिता के जरिए दिया स्वच्छता का संदेश ऋषिकेश/मुख्यधारा स्वच्छता अभियान की मुहिम के तहत नगर निगम […]
rishi

यह भी पढ़े