- मनमानी व वित्तीय अनियमितताओं का लगाया आरोप
- प्रधानाचार्य को हटाने को लेकर विद्या भारती के उच्च अधिकारियों को लिखा पत्र
पुरोला। पुरोला नगर पंचायत के अंतर्गत स्थित सरस्वती विद्यामन्दिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य व प्रबंध समिति के बीच का झगड़ा इतना बढ़ गया कि प्रबंध समिति के सभी लोगों ने अपने पदों से सामूहिक त्यागपत्र देते हुए प्रधानाचार्य को हटाने की मांग कर दी है।
प्रबंध समिति के लोगों ने विद्या भारती संगठन मंत्री को प्रेषित त्यागपत्र में लिखा कि विद्यालय के प्रधानाचार्य एपी जखमोला पिछले कई वर्षों से विद्यालय में मनमानी कर वित्तीय अनियमितताएं कर रहे हैं, जिसकी सूचना कई बार विद्या भारती से सम्बद्ध अधिकारियों को दी गयी, लेकिन प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
प्रबंध समिति अध्यक्ष दीपराम जोशी, उपाध्यक्ष प्रभात बिजल्वाण, प्रबंधक गोविंद सिंह राणा आदि का कहना है कि अभिभावकों ने कई बार शिकायतें की हैं कि प्रधानाचार्य ने अपने निजी लाभ के लिए बच्चों पर किसी विशेष ट्रेडमार्क की कॉपियों व स्कूल बैग्स को लादकर अभिभावकों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डाला। जिस पर समिति ने उन्हें आगाह भी किया, लेकिन अपनी मनमानी करते रहे।
वहीं छात्र-छात्राओं की अनुपस्थिति पर अपनी मनमानी से अर्थदंड के रूप में रुपये वसूल किये जा रहे हैं, जिसका किसी भी प्रकार का लेखा-जोखा नहीं है।
प्रबंध समिति के लोगों का कहना है कि पिछले वर्षों से अभिभावकों की ओर से शिक्षा के स्तर में दिनों-दिन आ रही गिरावट व इस प्रकार की समस्याओं की शिकायतें मिल रही थी, जिस पर समिति के लोगों ने प्रधानाचार्य से कई बार बात करने की कोशिश की, लेकिन प्रधानाचार्य ने कोई दिलचस्पी नहीं ली व न ही समिति से बात करने की आवश्यकता समझी।
समिति के लोगों ने विद्याभारती के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जब प्रबंध समिति के लोगों ने विद्या भारती के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया तो कोई भी कार्यवाही इनके खिलाफ नहीं की जिसकारण हमे अपने पदों से त्यागपत्र देने की जरूरत पड़ी।
वहीं विद्यालय के प्रधानाचार्य एपी जखमोला का कहना है कि मेरे ऊपर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं।
प्रबंध समिति अनावश्यक रूप से विद्यालय के कार्यों में हस्तक्षेप करने के लिए दबाव बनाते रहे हैं।
सामूहिक त्यागपत्र पर अध्यक्ष दीपराम जोशी, उपाध्यक्ष प्रभात बिजल्वाण, प्रबंधक गोविंद सिंह राणा, सहप्रबन्धक परमानंद रतूड़ी, दर्शन सिंह रावत, राजेन्द्र उनियाल, सरोज राणा, विजय लक्ष्मी आदि लोगों के हस्ताक्षर हैं।